होने वाले बच्चों को संस्कारी बनाएगा यह कॉलेज, छह महीने का होगा कोर्स
कन्वर्जेंस डेस्क, अमर उजाला
Published by:
Ayush Jha
Updated Wed, 04 Dec 2019 10:19 AM IST
CONCEPT
- फोटो : सोशल मीडिया
उत्तर प्रदेश में होने वाले बच्चे अब संस्कारी होंगे और इन्हें संस्कारी बनाने का जिम्मा उठाया है कानपुर के छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय ने। गर्भ में पल रहे शिशुओं को संस्कारवान बनाने के लिए मांओं को सीख दी जाएगी। सिर्फ होने वाली मांओं को ही नहीं बल्कि कुंवारी लड़कियों को भी संस्कारों की सीख दी जाएगी।
छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय
- फोटो : सोशल मीडिया
छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर प्रो़ नीलिमा गुप्ता का कहना है कि हम ये कोर्स लोगों की जागरुकता के लिए शुरू कर रहे हैं। इस कोर्स की पढ़ाई तीन महीने से छह महीने तक रहेगी। पढ़ाई पूरी करने के बाद बकायदा सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा।
फाइल फोटो
- फोटो : सोशल मीडिया
11 सितंबर को हुए 34वें दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने गर्भ संस्कार शुरू कराने की बात कही थी। उस दौरान उन्होंने अपने भाषण पर जोर देते हुए कहा था कि छात्राएं आगे चलकर मां बनेंगी। भागदौड़ भरी और तनावपूर्ण जिंदगी का उनकी संतान पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। अगर वे संस्कारों की जानकारी रखेंगी तो निश्चित तौर पर उनकी संतान पर अच्छा प्रभाव पड़ेगा। उन्हीं के निर्देश के बाद विश्वविद्यालय इस पर पहल करने जा रहा है।
CONCEPT
- फोटो : सोशल मीडिया
अब ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या मात्र छह महीने की संस्कारी पढ़ाई से बच्चे भी संस्कारी होने लगेंगे। अगर ऐसा है तो क्या स्कूल की पढ़ाई में कोई दम नहीं है। तो क्या स्कूल में संस्कारी होने के शिक्षा पर जोर नहीं दिया जाता ?
CONCEPT
- फोटो : सोशल मीडिया
अगर आप आने वाले समय में रेप जैसी दुर्घटनाओं को रोकना चाहते हैं तो आपको सबसे समाज की सोच को बदलना होगा। उन विचारधाराओं को बदलना होगा जो लड़कियों को संस्कारी होने की सलाह देती हैं और लड़कों को खुलेआम घूमने की।