केन्या में रिसर्च के दौरान एक ऐसे शेर के जीवाश्म के बारे में पता चला है कि यह शेर की शुरूआती प्रजाति बताई जा रही है। शोधकर्ताओं का कहना है कि करीब 2.3 करोड़ साल पहले शेर की एक विशाल प्रजाति धरती पर रहा करती थी। इनका वजन करीब 1500 किलोग्राम था। शेर की ये प्रजाति अपना शिकार हाथी जैसे खतरनाक जानवर को बनाते थे। ड्यूक और ओहायो यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक मैथ्यू बोर्थ्स ने जांच के बाद यह जानकारी दी है।
रिपोर्ट के मुताबिक 2.3 करोड़ साल पुराने इस जीव को 'सिम्बाकुबवा' कुतोक नाम अफ्रीका ने दिया है। वहां के स्वाहिली भाषा में विशाल अफ्रीकी शेर को 'सिम्बाकुबवा' कहते हैं।
वैज्ञानिक मैथ्यू कहते हैं जीवाश्मों के आधार पर मिले विशाल बड़े जबड़े को देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि यह विशाल मांसाहारी जानवर थे। यह भी कहा जा रहा है कि पुराने समय के शेर आज के समय के शेर से ज्यादा बड़े थे।
10 साल पहले केन्या में वैज्ञानिकों को हड्डियां मिली थी। जिसे देखने के बाद वैज्ञानिकों ने कभी अंदाजा भी नहीं लगाया था कि वह पुराने जमाने के शेर की हड्डियां होगी। उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं किया था कि शेर की हड्डियां भी इतनी विशाल हो सकती है।
रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ है कि जानवरों की यह हड्डियां मायोसिन काल की हैं। मायोसिन काल उस समय को कहा जाता है जब आदमवानर पृथ्वी पर चलना सिख रहे थे।