भयंकर हादसों में भी दे चुकी है मौत को धोखा, अनोखा है इस महिला का 'किस्मत कनेक्शन'
टीम फिरकी, नई दिल्ली
Published by:
Ayush Jha
Updated Mon, 03 Feb 2020 01:30 PM IST
Violet Jessop
- फोटो : सोशल मीडिया
आपने वो कहावत तो जरूर सुनी होगी कि मौत तो एक दिन सभी को आएगी, लेकिन अगर आपके साथ किस्मत का कांबिनेशन हो तो आप इसको टाल जरूर सकते है। आज हम आपको जिस महिला के बारे में कहानी सुनाने जा रहे हैं उसको सुनने के बाद आप यही कहेंगे कि अगर किस्मत का साथ हो तो इंसान की जिंदगी लाजवाब हो जाती है।
Violet Jessop destiny
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ये कहानी है वायलेट जेसप की, जिसकी कहानी आज के समय में जिंदादिली की मिसाल है क्योंकि उन्होंने मौत को तीन बार मात दी, अब वो इस दुनिया में नहीं है, लेकिन उनकी कहानी हमारे सामने है। वायलेट की कहानी को आप किस्मत का साथ कहिए या चमत्कार उन्होंने तीन जहाजों में काम किया और उन तीनों के साथ बड़े हादसे हुए। इनमें से एक तो था टाइटैनिक भी था। मौत और वायलेट के बीच लुकाछिपी का खेल तो बचपन से ही चल रहा था लेकिन उनकी किस्मत ने मौत को मात देने में हमेशा उनका साथ दिया।
प्रतिकात्मक तस्वीर
- फोटो : सोशल मीडिया
2 अक्टूबर, 1887 के दिन पैदा हुई वायलेट को बचपन में टीबी की बीमारी हो गई थी। उनके जिंदा रहने की उम्मीद बिलकुल खत्म हो गई लेकिन किस्मत ने उनका साथ दिया और वायलेट ठीक हो गई। अपने पिता के गुजर जाने के बाद मां के साथ ब्रिटेन चली गई और बाद में वहीं शिफ्ट हो गई।
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वायलेट की मां जहाज में काम किया करती थी लेकिन उनकी तबीयत अक्सर खराब रहती थी, फिर घर चलाने के लिए वायलेट ने Olympic नाम के जहाज में बतौर नर्स जॉब शुरू किया, उस समय उनकी उम्र महज 21 साल थी। ये बात सितंबर 1911 की बात है, जहाज समुद्र में एचएमएस हॉक जहाज से टकरा गया और उन्हें भारी नुकसान हुआ।
Violet Jessop
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इस हादसे में कई लोगों की मौत हो गई लेकिन वायलेट को एक खरोंच तक नहीं आई, इसके बाद वायलेट ने टाइटैनिक में जॉब शुरू किया। इस जहाज के साथ जो हादसा हुआ उसने तो सारी दुनिया को झकझोर कर रख दिया था। जहाज में सवार तकरीबन 1500 से ज्यादा लोग मारे गए,लेकिन इस भी बार वायलेट की किस्मत उसके मौत के आड़े आ गई और वो बच गईं। इसके बाद वायलेट ने 1916 में ब्रिटैनिक जहाज पर काम करना शुरू किया।
Violet Jessop
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यह जहाज ईजियन सागर में बनी एक खदान में घुस गया, जिसमे 30 लोगों की मौत हो गई, लेकिन वायलेट इस बार भी बच गईं, इन तीन भयानक हादसों से बचने के बाद उन्हें दुनिया Miss Unsinkable के नाम से जानने लगी, लेकिन ये बात हम सभी जानते है न कि मौत एक सच्चाई है जिसे हर किसी को अपनाना पड़ता है और ऐसा ही हुआ वायलेट के साथ 5 मई, 1971 के दिन किस्मत ने वायलेट का साथ छोड़ दिया और उसकी मौत हो गई।