आखिर 'लालटेन' लेकर क्यों घूमते हैं जुगनू, रात में उन्हें भी नहीं दिखता क्या?
टीम फिरकी, नई दिल्ली
Published by:
Ayush Jha
Updated Thu, 13 Feb 2020 10:23 AM IST
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- फोटो : सोशल मीडिया
रात में पेड़-पौधों के आसपास चमकते हुए जुगनुओं को तो आपने देखा ही होगा। इनको देखने के बाद अक्सर लोग यही कहते है कि इन्हें दिखाई नहीं देता इस कारण रात होते ही ये अपना लालटेन ऑन कर लेते है और चमकना शुरू कर देते है।
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ये शहरों में बहुत कम ही दिखाई देते हैं, लेकिन ग्रामीण इलाकों में इनकी संख्या काफी है। हालांकि अब गांवों में भी जुगनू कम ही देखने को मिलते हैं। क्या आप जानते हैं कि जुगनू रात में क्यों चमकते हैं और वो कैसे किसी बिजली के बल्ब की तरह चमकते हैं? तो चलिए इसके बारे में बताते हैं...
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- फोटो : social media
दरअसल, जुगनुओं के चमकने के पीछे उनका मुख्य उद्देश्य अपने साथी यानी मादा जुगनुओं को आकर्षित करना और अपने लिए भोजन तलाशना होता है। जुगनूओं की चमक तीन तरह के रंग की होती है- हरा, पीला और लाल। मादा जुगनू जंगलों में पेड़ों की छाल में अपने अंडे देती है। आपको जानकर हैरानी होगी कि जुगनूओं के अंडे भी चमकते हैं।
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अगर आपको जुगनुओं के बारे में जानकारी न हो तो आप पहचान नहीं सकते हैं कि वो जुगनू मादा है या नर। आपको बता दें कि मादा जुगनुओं के पंख नहीं होते हैं, इसलिए वो एक ही जगह पर चमकती हैं, जबकि नर जुगनूओं के दो पंख होते हैं, इसलिए वो उड़ते हुए चमकते हैं। वैसे तो भारत में भी काफी संख्या में जुगनू पाए जाते हैं, लेकिन अधिक रोशनी से चमकने वाले जुगनू अधिकतर वेस्टइंडीज और दक्षिणी अमेरिका में पाए जाते हैं।
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जुगनूओं की खोज वर्ष 1667 में रॉबर्ट बायल नाम के एक वैज्ञानिक ने की थी। पहले यह माना जाता था कि जुगनुओं के शरीर में फास्फोरस होता है और इसी की वजह से ये चमकते रहते हैं, लेकिन बाद में वैज्ञानिकों ने इस बात को नकार दिया। उन्होंने बताया कि जुगनू फास्फोरस की वजह से नहीं बल्कि ल्युसिफेरेस नामक प्रोटीनों के कारण चमकते हैं।