लोकसभा चुनाव 2019 के लिए पांचवें चरण का मतदान सोमवार (6 मई) को होगा, जिसमें सात राज्यों की 51 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। इस मौके पर हम चुनाव से संबंधित कुछ ऐसी बातें आपको बताने जा रहे हैं जो शायद ही आपको पता हों।
अब तो खैर चुनाव ईवीएम मशीनों के द्वारा होने लगे हैं, लेकिन एक समय था जब बैलेट पेपर के जरिए चुनाव होते थे। आपको जानकर हैरानी होगी कि 1996 के लोकसभा चुनाव में सबसे बड़ा बैलेट पेपर छपा था। दरअसल, उस साल ईस्ट दिल्ली सीट पर कुल 87 उम्मीदवार चुनाव में खड़े थे, इसीलिए बैलेट पेपर बड़ा बनाया गया था। साथ ही बैलेट बॉक्स भी बड़ा बनाया गया था।
1996 के लोकसभा चुनाव में तेलंगाना के नलगोंडा सीट पर सबसे ज्यादा 480 प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरे थे। हालांकि इनमें से 477 उम्मीदवारों की जमानत ही जब्त हो गई थी। वहीं, कर्नाटक के बेलगाम सीट पर भी कुल 456 उम्मीदवार चुनाव लड़ने उतरे थे।
1996 के ही विधानसभा चुनाव में चैन्नई के मोदाकुरिची सीट पर कुल 1033 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे थे। दरअसल यहां किसान सरकार से काफी नाराज चल रहे थे और इसी वजह से 1016 किसानों ने नामांकन किया था।
आपको जानकर हैरानी होगी कि 1033 उम्मीदवारों में से 88 उम्मीदवार ऐसे थे, जिन्हें एक भी वोट नहीं मिला था। यानी इन उम्मीदवारों ने खुद अपने लिए भी वोट नहीं किया था। वहीं 158 उम्मीदवारों को सिर्फ एक-एक वोट मिला था।