अगर आपसे महंगी चीजों के बारे में पूछा जाए तो आपका दिमाग बड़ी गाड़ियां, निजी विमान, हीरे जवाहिरात आदि के बारे में सोचने लगेगा, लेकिन अगर आपसे कहें कि हीरे-जवाहिरात के अलावा कुछ ऐसे द्रव्य पदार्थ भी हैं जो बहुत कीमती हैं तो आप क्या कहेंगे? जाहिर है इसका जवाब हर किसी के पास नहीं होगा। आज हम आपको ऐसे द्रव्य पदार्थ के बारे में बताने जा रहे हैं जिसकी कीमत लाखों करोड़ों में है।
लीसर्जिक एसिड डाईएथिलेमाइड(एल.एस.डी) यह एक ऐसा पदार्थ है जो तरल और ठोस दोनों ही अवस्था में पाया जाता है। यह नशीला पदार्थ कई देशों में बैन है। इसका इस्तेमाल पार्टियों में नशे के तौर पर होता है। यह नशीला पदार्थ इतना खतरनाक होता है कि व्यक्ति को उसके सच से भ्रमित कर देता है। व्यक्ति अपनी ही कल्पना की दुनिया में चला जाता है। जिस कारण कई बार लोग मौत का शिकार हो जाते हैं। लीसर्जिक एसिड डाईएथिलेमाइड(एल.एस.डी) का एक लीटर डोज 18 हजार व्यक्तियों को भ्रम की अवस्था में पहुंचा सकता है। साथ ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी एक लीटर की कीमत है 28 लाख रुपये है।
चैनल न. 5 दुनिया के सबसे महंगे द्रवों में शामिल है। इस तरल पदार्थ की गिनती दुनिया के सबसे महंगे इत्र में होती है। इसका निर्माण कोको चैनाल नाम की एक मॉडल ने 19वीं शताब्दी में करवाया था। इसका नाम भी मिस चैनाल के नाम पर ही रखा गया। 5 महीने की 5वीं तारीख को इस इत्र का जन्मदिन है, जिस कारण इसे न.5 भी कहते हैं। इसकी कीमत 8.5 लाख रुपये प्रति लीटर है।
किंग कोबरा को दुनिया का सबसे जहरीला सांप माना जाता है। इसके जहर का अंदाजा हम इस बात से लगा सकते हैं कि यह अपने जहर से एक हाथी को भी मार सकता है। इसके इतने खतरनाक होने के बावजूद इसके जहर में ओहानिन नामक प्रोटीन पाया जाता है, जो दुनिया का सबसे बेहतरीन पेनकिलर माना जाता है। जिसका कोई साइड-इफेक्ट नहीं है। इसका सही इस्तेमाल मानव के लिए लाभकारी होता है। इसकी कीमत 34 लाख रुपये प्रति लीटर है।
बिच्छू का जहर मनुष्य के लिए बड़ा लाभकारी माना जाता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि इस जहर का इस्तेमाल धुटनों के दर्द से लेकर कैंसर तक की दवाईयां बनाने के लिए होता है। बिच्छू अपने जहर का इस्तेमाल कभी भी शिकार करने के लिए नही करते बल्कि खुद को शिकार होने से बचाने के लिए करते हैं। इस जहर का सही इस इस्तेमाल आंतो और गठिया जैसी बीमारियों के उपचार के लिए होता है। वही इसका गलत इस्तेमाल जानलेवा होता है। बिच्छू के जहर की कीमत 84 करोड़ रुपये प्रति लीटर है।
हॉर्सशू केकड़े का खून दुनिया के सबसे महंगे द्रव्य में शामिल है। यह केकड़े मेक्सिको और अमेरिका में पाए जाते है। इसे हॉर्सशू इसलिए कहते है क्योंकि ये एकदम घोडे की नाल की तरह होता है। यह जीव इस धरती पर 44 करोड़ साल से मौजूद है, लेकिन फिर भी इसमें कोई बदलाव नही आया है, जिसका कारण है इसके नीले रंग का खून, जो किसी भी बैक्टीरिया के चारों तरफ एक चक्रव्यूह बनाकर उसे बढ़ने से रोकता है। जिसका इस्तेमाल कई दवाईयों में होता है। इसके एक लीटर खून की कीमत 14 लाख रूपये होती है। इसके खून के मांग चलते इन प्रजातियों का जीवन अब खतरे में आ चुका है।