लोग अपनी बेटियों की शादी ऐसी जगह करना चाहते हैं, जहां उसे किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो, लेकिन आगरा में एक जगह ऐसा भी है जहां लोग अपनी बेटियों की शादी ही नहीं करना चाहते हैं। इसकी वजह बेहद गंभीर है।
दरअसल, आगरा का इस्लामनगर पिछले 30 सालों से पानी के संकट से जूझ रहा है। हैंडपंप तो दूर यहां सबमर्सिबल पंप तक नहीं हैं। गर्मी के मौसम में लोग पानी के लिए तरस जाते हैं। यमुना का किनारा होने के बावजूद यहां का पानी खारा है।
यहां दिन निकलते ही लोग पानी को लेकर निजी टैंकरों के इंतजार में घर के गेट पर खड़े हो जाते हैं। यहां के लोगों का कहना है कि पानी की समस्या के चलते रिश्तेदार अपनी बेटियों का रिश्ता तक यहां करने को तैयार नहीं हैं।
यहां रहने वाले लोगों का कहना है कि कुछ साल पहले यहां पाइप लाइन तो डाली गई थी, लेकिन पानी घरों में आज तक नहीं पहुंचा। गर्मी तो दूर यहां सर्दी में भी पानी की सप्लाई नहीं हो पाती है, जिसके चलते रिश्तेदार हमारे बच्चों से रिश्ते करने को तैयार नहीं हैं। यह समस्या यहां हर घर में बनी हुई है।
इस्लामनगर की रहने वाली परवीन ने बताया कि उनकी शादी को 15 साल हो गए हैं। पहले दिन से लेकर आज तक यहां पानी नहीं आया है। वहीं, अफसाना बेगम नाम की महिला ने कहा कि पानी की समस्या को लेकर लड़कों के रिश्ते नहीं हो रहे हैं। कई बार तो रिश्तेदार प्यासे ही लौट जाते हैं।
यहां की एक अन्य महिला ने कहा कि रोजमर्रा के काम के लिए लोग टैंकर से पानी लेते हैं। साथ ही पीने के लिए फिल्टर का पानी खरीदकर लाते हैं। इसरार अली बताते हैं कि हर माह पांच से छह हजार रुपये पानी पर खर्च हो जाते हैं। घर का एक सदस्य तो सिर्फ पानी के लिए ही कमाता है।