जनता को है जानकारी मांगने का अधिकार लेकिन लोगों ने इस तरह किया इसका बंटाधार
टीम फिरकी, नई दिल्ली
Published by:
Ayush Jha
Updated Tue, 03 Sep 2019 01:23 PM IST
RTI
- फोटो : social media
भई हमारे बीच तो दो तरह के आदमी होते है, पहले वो लोग जो साधारण होते हैं और दूसरे वो थोड़े से ज्यादा जिज्ञासु होते हैं। साधारण आदमी की खास बात ये है कि उसे उतना ही जानने की इच्छा होती है, जितने में उसका काम चल जाए, लेकिन वहीं इसके उलट होते हैं 'जिज्ञासु', जिन्हें इतनी जिज्ञासा होती है कि उन्हें इतना तक जानना है कि वो कौन सा बैक्टीरिया है जो दूध को दही बना देता है। भई आज कल तो आरटीआई का जमाना है लोगों ने कितना खाया और कितना निकाला इस बात की जानकारी भी आपको महज एक आरटीआई लगाने के बाद पता चल जाएगा, उदाहरण के तौर पर आप अजब यूपी के गजब आरटीआई नमूनों को ही देख लीजिए...
प्रतिकात्मक तस्वीर
- फोटो : social media
केस : 1
एक महिला का पति से विवाद चल रहा था। महिला को पति खर्च के लिए कुछ नहीं दे रहा था, लिहाजा महिला ने सूचना अधिकार के तहत सूचना मांगी कि पति की सैलरी कितनी है और किस खाते में आती है?
प्रतिकात्मक तस्वीर
- फोटो : social media
केस : 2
दिल्ली के एक व्यक्ति ने सूचना मांगी कि एक युवक को आगरा में पुलिस ने नकली नोटों को बाजार में चलाने के मामले में जेल भेजा है। उसके साथ कई और लोग भी पकड़े गए। RTI के तहत व्यक्ति ने पूछा की इस मामले में क्या कार्रवाई चल रही है। मगर मजे की बात यह रही की आवेदक ने इतने बड़े मसले पर अपनी जिज्ञासा तो जाहिर की लेकिन अपना ही पता ढंग से देना भूल गए।
प्रतिकात्मक तस्वीर
- फोटो : social media
केस : 3
मथुरा के एक व्यक्ति ने सूचना मांगी है कि आगरा से सेवानिवृत्त हुए एक पुलिसकर्मी को कितनी पेंशन मिल रही है। मगर, आवेदक ने सूचना मांगने का कारण और जिसके बारे में सूचना मांग रहे हैं उससे संबंध का खुलासा ही नहीं किया है।
प्रतिकात्मक तस्वीर
- फोटो : social media
केस : 4
नाई की मंडी क्षेत्र के एक व्यक्ति ने सूचना मांगी है कि क्षेत्र में रहने वाले व्यक्ति का आपराधिक इतिहास क्या है। उसे कितनी बार जनप्रतिनिधि ने छुड़वाया है। उक्त व्यक्ति के बारे में यह भी कहा है कि उसने गालीगलौज की थी। इसकी यूपी 100 पर शिकायत की, इसमें क्या हुआ?