आज सारे दिन मिस मैक्सिको की खबर ने सोशल मीडिया पर अपना डेरा जमा कर रखा था और भई हो भी क्यों न? जब एक ट्रांसजेंडर किसी देश की रूढ़ीवादी विचारधारा को तोड़कर ब्यूटी क्वीन बन जाए। अब हमारे देश के कुछ बुद्धिजीवी अपने दिमाग में यही सोच रहे होंगे कि मैक्सिको ने तो ट्रांसजेंडर के मामले में काफी तरक्की कर ली है।
इन सबमें अब आप हमारे देश को भी कम न आंकियेगा, क्योंकि पिछले ही साल अक्तूबर में भारत को देश की पहली ट्रांस क्वीन मिल चुकी है। हमारे देश ने भी इस वर्ग को उसका सम्मान दिलाने के लिए एक खिताब का आयोजन किया था। पिछले साल हुए इस ब्यूटी कॉम्पटीशन में भारत की पहली ट्रांस क्वीन बनीं थीं छत्तीसगढ़ की वीना सेंद्रे।
वीना ने तमिलनाडु की नमिता अम्मू को हराकर ये खिताब अपने नाम हासिल किया। ये नैशनल लेवल कॉम्पटीशन था जिसमें पूरे देश से कई ट्रांस सुंदरियों ने भाग लिया था।
पांच फीट नौ इंच की लंबाई, कमसिन काया, चेहरे पर आत्मविश्वास, मधुर मुस्कान और बातचीत में भी कमाल की नजाकत ने ही वीना को पहली मिस ट्रांस इंडिया का खिताब जिताने में मदद की थी।
रायपुर के मंदिर हसौद की रहने वालीं ट्रांसजेंडर वीना सेंद्रे ने एक साक्षात्कार में कहा कि समाज में व्याप्त ट्रांसजेंडर्स के प्रति भेदभाव को अब दूर होना चाहिए, सुंदरता किसी लिंग की मोहताज नहीं होती।