ऑफिस में हैं तो फोन पर नजर, घर पर हैं तब भी आधे से अधिक समय हाथ में फोन, चार लोगों के बीच बैठे हैं तो वहां भी फोन, रास्ते में हैं या गाड़ी चला रहे हैं उस समय भी फोन, हालत तो ये है कि विश्व में 15 करोड़ लोग इंसोम्निया यानी नींद ना आने से परेशान हैं जिसकी बड़ी वजह भी फोन ही है। जरा सोचिए फोन ने आपको किस तरह जकड़ रखा है कि काम आने का जरिया कम बल्कि बीमारी का केंद्र ज्यादा बनता जा रहा है। हाल ही में 'अमर उजाला' ने फोन से संबंधित एक बड़े ही रोचक शोध पर वीडियो बनाया जिसे करीब 74 लाख लोगों ने देखा। इस वीडियो के बारे में जानकर आपको आश्चर्य तो होगा साथ ही इस पर आए कमेंट पढ़कर आपकी हंसी नहीं रुकेगी।
हमारी मम्मियां किसी शोधकर्ता से कम नहीं होती, भले ही वो शोध ना करें लेकिन बात तो पते की बोलती हैं। सबने कभी न कभी अपनी मम्मी की ये बात तो सुनी ही होगी, 'दिनभर फोन में मत घुसे रहो कोई रोग हो जाएगा।' लीजिए अब शोध में भी फोन के ज्यादा इस्तेमाल से हैरान कर देने वाली रिपोर्ट सामने आई है। रिपोर्ट के अनुसार, फोन के ज्यादा इस्तेमाल से युवाओं के सिर पर सींग निकल रही है। 18 से 30 वर्ष के लोग इसका ज्यादा शिकार हो रहे हैं।
मम्मी की बात तो एक कान से सुनकर दूसरे कान से निकलने की आदत है लेकिन वैज्ञानिकों की बात को अनदेखा नहीं कर सकते। फोन के ज्यादा इस्तेमाल से कनेक्टिंग टेंडन और लिगामेंट्स में हड्डी का विकास हो रहा है। ये हड्डी सींग की तरह बाहर निकल जाती है। 41 प्रतिशत युवा वयस्कों के सिर की हड्डी में वृद्धि हुई है।
यूट्यूब पर अमर उजाला द्वारा बनाए गए शोध के इस वीडियो पर डरे हुए बच्चों के जबरदस्त कमेंट आए हैं। जिन्हे पढ़कर आप हंसी नहीं रोक पाएंगे। एक डरे हुए बच्चे ने कहा, 2019 में बच्चे मम्मी से कहते हैं, 'मम्मी मुझे पिंपल निकल आए लेकिन 2020 ये स्टेटमेंट बदलकर बच्चे कहेंगे, 'मम्मी मेरी सींग निकल आई।' एक बच्चे ने आखिर में अपनी डरी हुई भावनाएं जाहिर कर ही दी और कमेंट में लिखा, 'मैं सिर्फ यही सोच रहा हूं कि ये खबर पढ़कर देश की मम्मियां अब कितने ताने मारेंगी।' कुछ लोगों ने तो स्वीकार भी लिया कि उनके सिर पर सींग है।
एक भाईसाहब ने कहा,
चीन ने यह खबर देख ली तो वो एंटी सींग फोन भी बना देगा। वैसे ह्यूमर से भरा ये कमेंट एपिक था। एक ने कमेंट में कहा कि '
अब एक सीरीज बनेगी गेम ऑफ हॉर्न्स'। वहीं कुछ लोगों ने इसे फेक न्यूज भी कहा लेकिन बच्चे भयभीत हैं करें भी क्या। हालांकि इस शोध को लेकर सोशल मीडिया पर बहस जारी है। कई रिपोर्टस कई तरह के दावे कर रही हैं।