विस्तार
भारतीय इतिहास में सबसे लोकप्रिय सीरियल आज भी लोगों के ज़हन में याद के तौर पर बरकरार है। एक समय देश में ऐसा भी था जब लोग सारे काम छोड़कर टीवी के सामने चिपक जाते थे। देखिए भारत के सबसे अनमोल सीरियल:
रामायण
भारतीय इतिहास का सबसे चर्चित और प्रसिद्ध सीरियल रामायण ही रहा, जिसे रामानंद सागर ने लिखा और डायरेक्ट किया। यह 78 एपिसोड का सीरियल दूरदर्शन पर 25 जनवरी 1987 से 31 जुलाई 1988 तक प्रत्येक रविवार सुबह 9.30 बजे आता था।
महाभारत
भारतीय इतिहास का सबसे लोकप्रिय और चर्चित सीरियल जो महान भारतीय ग्रन्थ महाभारत पर आधारित था। इसके कुल 94 एपिसोड 2 अक्टूबर 1988 से लेकर 24 जून 1990 के बीच में प्रसारित हुए। जिस दिन इस सीरियल का प्रसारण होता था इस दिन सड़को पर सन्नाटा पसरा मिलता था।
मालगुडी डेज
टीवी पर जब कार्टून नहीं आया करते थे तब बच्चों के स्वामी नाम का लड़का बेहद पसंद था। आर.के नारायण की कहानियों पर आधारित कुल 39 एपिसोड का सीरियल मालगुडी डेज दूरदर्शन पर आता था।
विक्रम और बेताल
शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति हो जिसने अपने समय में यह सीरियल ना देखा हो ।यह प्राचीन भारतीय कहानियों पर आधारित सीरियल था जिसका प्रमुख उद्देश्य बच्चो को मनोरंजन के साथ साथ शिक्षित भी करना था। इसके कुल 26 एपिसोड दूरदर्शन पर टेलीकास्ट हुए थे।
भारत एक खोज
यह भारत की 5000 बर्षो की गाथा का 53 एपिसोड का सीरियल था। इसमें भारत की प्राचीन सभ्यता से लेकर भारत की आजादी तक की प्रमुख घटनाओ का वर्णन किया गया है। यह 1988 में श्याम बेनेगल द्वारा लिखा गया था।
सुरभि
दूरदर्शन के शुरूआती दिनों का सबसे चर्चित और लोकप्रिय सांस्कृतिक कार्यक्रम लोगों के बेहद पसंद था। यह सीरियल दूरदर्शन पर 1993 से लेकर 2001 तक प्रसारित हुआ था।
ब्योमकेश बक्शी
यह सीरियल जासूसी घटनाओ पर आधारित था। इसमें रजत कपूर ने ब्योमकेश बक्शी की किरदार निभाया, जिसके लिए इन्हें अनेको प्रशंसा मिली। यह 33 एपिसोड का कार्यक्रम था।
तहकीकात
यह जासूसी रोमांचक सीरियल विभिन्न अपराध जांचों पर आधारित रहा था। विजय आनंद ने इसमें सैम डिसिल्वा और सौरभ शुक्ला ने गोपीचंद की भूमिका निभाई। यह अपने जमाने का व्योमकेश बक्शी के बाद दूसरा सबसे प्रसिद्ध सीरियल रहा।
चंद्रकांता
यह प्रसिद्ध धारावाहिक देवकीनंदन खत्री के उपन्यास पर आधारित था | इसके मुख्य पत्र क्रूर सिंह और जाबांज तो इसे देखने वालो के जेहन में आज भी ताजा है |
शक्तिमान
शक्तिमान का नाम सुनकर आज भी वो सभी यादें ताजा हो जाती है जिनका अनुभव हमने बचपन के दिनों में किया। सीरियल ने 400 एपिसोड के साथ टीवी की दुनिया में छा गया।
राजा रेंचो
जासूसी को अलग पायदान पर ले जाने का श्रेय अक्लमंद बंदर जाता है। डीडी मेट्रो पर प्रसारित होने वाले इस सीरियल में मोहन भंडारी ने राजा का किरदार अदा किया था।
श्रीमान श्रीमती
ये एक कॉमेडी सिटकॉम था जिसे पूरा परिवार एक साथ बैठकर देखता और ठहाके लगाता था। इस सीरियल में राकेश बेदी, रीमा लागू, जतिन कनाकिया और अर्चना पूरन सिंह ने मुख्या भूमिकायें निभाई थी | इस धारावाहिक में पति पत्नी की नोंक झोंक को दिखाया जाता था।
कैप्टन व्योम
विज्ञान की नई तकनीकों को दर्शाता ये धारावाहिक उस समय के युवाओं और बच्चों के बीच खासा लोकप्रिय रहा। 23वीं सदी की संकल्पना पर आधारित इस शो को लोगों ने, खासकर युवाओं ने खूब सराहा। ब्रह्मांड के जेल से भागे हुए सबसे खतरनाक 12 अपराधियों से लड़ने की जिम्मेदारी कैप्टन व्योम पर थी।