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यहां व्हॉट्सएप समेत सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले लतीफे और फनी पोस्ट्स हैं, जो आपको ठहाका लगाने के लिए मजबूर कर देंगे।
एक लड़का एक कोचिंग सेंटर में प्री-मेडिकल-टेस्ट की तैयारी कर रहा था।
फिजिक्स उस लड़के को बिलकुल समझ में नहीं आता था और सारे लेक्चर उसके सिर के ऊपर से निकल जाते थे।
एक दिन उसने टीचर से पूछा, “सर, हम लोग यहां डॉक्टर बनने की तैयारी करने आए हैं वैज्ञानिक बनने की नहीं, फिर हमें फिजिक्स क्यों पढ़ना पड़ता है?”
टीचर ने मुस्कुरा कर कहा, “फिजिक्स मेडिकल साइंस के लिए बड़ा उपयोगी विषय है। यह लोगों की जिन्दगी बचाने में मदद करता है।”
लड़के ने हलके से व्यंग्यात्मक अंदाज में कहा, “अच्छा, वो कैसे सर? जरा हमें भी तो बताईये कि फिजिक्स से लोगों की जिंदगी कैसे बचाई जा सकती है?”
“अरे वो फिजिक्स ही तो है जो तुम जैसे गधों को मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने से रोकता है …”, टीचर ने समझाते हुए कहा.
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बेटा – पापा मैं शादी करना चाहता हूं !
पापा – पहले सॉरी बोलो …
बेटा – क्यों ? मैंने कोई गलती की क्या ?
पापा – मैंने कहा पहले सॉरी कहो !
बेटा – लेकिन मेरी गलती तो बताइये …
पापा – नो, पहले सॉरी बोलो !
बेटा – प्लीज पापा, मैं सॉरी क्यों बोलूं मुझे कारण तो बता दीजिये ….
पापा – पहले सॉरी कहो !
बेटा – ओके आई एम सॉरी …
पापा – हां, अब तुम शादी के लिए तैयार हो … तुम्हारी बिना गलती के सॉरी बोलने की ट्रेनिंग पूरी हो गई !!!
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कल्लू – “पहले मैं अपनी बीवी को बी.ए. करवाऊंगा फिर एम.ए. करवाऊंगा और उसके बाद पीएच.डी. करवाऊंगा. फिर उसे एक अच्छी सी नौकरी दिलवाऊंगा.”
टिल्लू – “फिर कोई अच्छा सा रिश्ता देखकर उसकी शादी भी करवा देना….!”
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एक आदमी रोज़ बैंक जाया करता था, कभी 1 लाख तो कभी 2 लाख, ऐसी बड़ी-बड़ी रकम जमा किया करता था।
बैंक का मैनेजर उसे हमेशा संशय की दृष्टि से देखता था। उसे समझ नहीं आता था कि यह व्यक्ति इतना पैसा कहां से लाता है।
आखिर एक दिन उसने उस व्यक्ति को बुलाया और कहा, “यार बिहारीलाल तुम इतना पैसा कहां से लाते हो, आखिर क्या काम करते हो तुम?”
बिहारीलाल ने कहा “भाई मेरा तो बस एक ही काम है, मैं शर्त लगाता हूं और जीतता हूं”
मैनेजर को यकीन नहीं हुआ तो उसने कहा, “ऐसा कैसे हो सकता है कि आदमी रोज कोई शर्त जीते?”
बिहारीलाल ने कहा, “चलिए मैं आपके साथ एक शर्त लगाता हूं कि आपके नितंब पर एक फोड़ा है, अब शर्त यह है कि कल सुबह मैं अपने साथ दो आदमियों को लाऊंगा और आपको अपनी पैंट उतार कर उन्हें अपने कूल्हे दिखाने होंगे, यदि आपके नितंब पर फोड़ा होगा तो आप मुझे 1 लाख दे दीजिएगा, और अगर नहीं हुआ तो मैं आपको 5 लाख दे दूंगा, बताइए मंज़ूर है?”
मैनेजर के कूल्हे पर कोई फोड़ा था ही नहीं, इसलिए वह फौरन तैयार हो गया।
अगली सुबह बिहारीलाल दो व्यक्तियों के साथ बैंक आया। उन्हें देखते ही मैनेजर की बांछें खिल गईं और वह उन्हें झटपट अपने केबिन में ले आया। इसके बाद मैनेजर ने उनके सामने अपनी पैंट उतार दी और बिहारीलाल से कहा “देखो मेरे कूल्हों पर कोई फोड़ा नहीं है, तुम शर्त हार गए अब निकालो 10 लाख रुपए”
बिहारीलाल के साथ आए दोनों व्यक्ति यह दृश्य देख बेहोश हो चुके थे। बिहारीलाल ने हंसते हुए मैनेजर को 1 लाख रुपयों से भरा बैग थमा दिया और जोर-जोर से हंसने लगा।
मैनेजर को कुछ समझ नहीं आया तो उसने पूछा. “तुम तो शर्त हार गए फिर क्यों इतना हंसे जा रहे हो?”
बिहारीलाल ने कहा, “तुम्हें पता है, ये दोनों आदमी इसलिए बेहोश हो गए क्योंकि मैंने इनसे 5 लाख रूपयों की शर्त लगाई थी कि बैंक का मैनेजर तुम्हारे सामने पैंट उतारेगा, इसलिए अगर मैंने तुम्हें 1 लाख दे भी दिए तो क्या फ़र्क पड़ता है, 4 तो फिर भी बचे न…!”
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एक बस में –
रामवती (Conductor से ) – भाई, रामपुर आ गया ?
Conductor – नहीं, अभी नहीं आया.
थोड़ी देर बाद –
रामवती – भाई, रामपुर आ गया ?
Conductor – नहीं आया.
फिर थोड़ी देर बाद –
रामवती – भाई, रामपुर …… ?
Conductor – आराम से बैठिये, आयेगा तो मैं खुद बता दूंगा.
(बहुत समय के बाद अचानक Conductor को ध्यान आया कि रामपुर तो 2 स्टॉप पीछे निकल गया) उसने फौरन बस को वापिस मोड़ा और रामपुर जाकर रामवती से कहा – माई, रामपुर आ गया.
रामवती ने अपने झोले से एक दवाई की पुडिया निकली और खाकर आराम से बैठ गयी. उसने Conductor को बताया – मेरे बेटे ने कहा था कि जब रामपुर आ जाये तो दवाई खा लेना….. !!!
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प्रेमी – जल्दी से शादी कर लेते हैं।
प्रेमिका – पहले अपने हालात तो ठीक हो जाएं।
प्रेमी – तुम क्यों फिक्र करती हो । शादी से कोई असर नहीं पड़ेगा। तुम अपनी नौकरी जारी रखना, मैं अपनी नौकरी की तलाश जारी रखूंगा …… !!!