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न अंधेरे का इंतजार-न बेहोश करने का झंझट, चोर स्मार्ट हो तो इस तरह करता है चोरी

Updated Sun, 03 Dec 2017 03:30 PM IST
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यहां व्हॉट्सएप समेत सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले लतीफे और फनी पोस्ट्स हैं, जो आपको ठहाका लगाने के लिए मजबूर कर देंगे।

एक आदमी की कार एक रात पार्किंग से चोरी हो गई. अगले दिन देखा तो कार पार्किंग में उसी जगह खड़ी थी। गाड़ी के अन्दर एक लिफाफा मिला जिसमें एक माफीनामा था।

“माँ की तबियत अचानक बिगड़ जाने से उन्हें फ़ौरन बड़े हॉस्पिटल लेकर जाना आवश्यक था. रात में न तो एम्बुलेंस आई और न ही टैक्सी, इसलिए मजबूरन आपकी गाड़ी बिना इजाजत लेकर जाना पड़ा. आपको तकलीफ हुई इसके लिए खेद है. गाड़ी में पेट्रोल जितना था उतना ही है. आपकी गाड़ी का इस्तेमाल किया इसके एवज में आज रात की ‘गब्बर इज बैक’ मूवी की टिकटें आपके पूरे परिवार के लिए इस पत्र के साथ रखी हैं. मुझे बड़े दिल के साथ माफ़ करिए.”

पत्र में लिखी कहानी ओरिजिनल जैसी लगने और गाड़ी सही सलामत मिल जाने से परिवार शांत हो गया और रात को सिनेमा देखने गया. उन्होंने आराम से बैठकर फिल्म देखी.

देर रात फिल्म देखकर घर पहुंचे तो पाया कि घर का दरवाजा टूटा हुआ था और घर का सारा कीमती सामान चोरी हो चुका था. बाहर टेबल पर एक पत्र रखा था जिस पर लिखा था, ‘फिल्म पसंद आई कि नहीं … बाय द वे, गब्बर इज बैक !!!’
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एक अमीर आदमी अपने प्यारे डॉगी के साथ गार्डन में मॉर्निंग वाक कर रहा था। तभी अचानक झाड़ियों के पीछे से हाथ में रिवाल्वर लिए एक नकाबपोश निकला और उसने कुत्ते के ऊपर ताबड़तोड़ गोलियां चला कर उसे ढेर कर दिया लेकिन अमीर आदमी को कुछ नहीं किया.
आदमी को बहुत अजीब लगा …. उसने नकाबपोश से पूछा – “ये क्या किया भाई ?”
नकाबपोश बोला – “your wife gave me one lac rupee and said ‘Go & Kill that son-of-a-bitch…”
अमीर आदमी ने नकाबपोश को बांहों में भर लिया और उसे धन्यवाद देते हुए बोला – “भाई, मैं यह तो नहीं जानता कि तुम्हारा अंग्रेजी टीचर कौन था लेकिन जो भी था मैं उसका हमेशा अहसानमंद रहूंगा … !!!”
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एक आदमी महा कंजूस था। उसने एक शीशी में घी भर कर उसका मुँह बंद किया हुआ था।
जब वह और उसके बेटे खाना खाते तब शीशी को रोटी से रगड़ कर खाना खा लेते थे।
एक बार महा कंजूस किसी काम से बाहर चला गया। 
लौटने पर उसने बेटों से पूछा—” खाना खा लिया था?”
बेटे बोले—” हाँ। ”
महा कंजूस—” पर शीशी तो मैं अलमारी में बंद करके गया था। ”
बेटे बोले—” हमने अलमारी के हैंडल से रोटियाँ रगड़ कर खा लीं। ”
महा कंजूस नाराज हो कर बोला—” नालायकों क्या तुम लोग एक दिन बिना घी के खाना नहीं खा सकते थेे। ”
बेटे बेहोश ………
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