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स्कूल और कॉलेज में लगभग हर किसी ने मास्टर जी के साथ शरारत की होगी। कभी उलटे सीधे प्रश्न पूछकर तो कभी क्लास में पीछे से गाना गाकर। क्लास में सबसे पहली रो वाली बेंच पर बैठने वाले बच्चे पढ़ाकू होते हैं। लेकिन बैक बेंचर्स क्लास में पढ़ते कम मौज मस्ती ज्यादा करते हैं। उन्हीं कुछ बैक बेंचर्स में से इन स्टूडेंट्स का भी नाम है। क्लास जब तक मास्टरसाहब घुसते, इन स्टूडेंट्स ने अपना काम कर डाला था।
मास्टरजी के हाथ में अटेंडेंस लिस्ट थी। क्लास में हाजिरी लग रही थी। लेकिन रोलनंबर 31 का नाम आते ही सारे स्टूडेंट्स ठहाका लगाने लगे।