अमर उजाला
Sat, 11 March 2023
जहां देशभर में धूमधाम से होली का त्योहार मनाया जाता है, वहीं बिहार का एक ऐसा गांव भी हैं जहां पर बीते करीब 200 साल से होली नही मनाई जाती है
तारापुर अनुमंडल के असरगंज प्रखंड के अंतर्गत सजूआ पंचायत के सती स्थान गांव में होली नहीं मनाई जाती है
इस गांव में करीब 1500 लोग रहते हैं, जो होली के दिन न तो एक दूसरे को रंग गुलाल लगाते हैं और ना पकवान बनाते हैं
माना जाता है कि इस गांव में एक पति और पत्नी रहते थे, जिसमें होली के दिन पति की मौत हो जाती है
पत्नी पति के साथ सती होना चाहती थी, इसी दौरान अचानक पत्नी के हाथों की छोटी अंगुली से आग निकलने लगती है और आग से पति-पत्नी की चिता जलने लगती है
इस घटना के बाद ग्रामीणों ने सती स्थल पर मंदिर बनवाया और वहां पूजा करने लगे
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