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पद्मावती के ट्रेलर में इसकी भव्यता की झलक देखने के बाद फिल्म के लिए लोगों की दिलचस्पी बढ़ गई है। फिल्म कैसी होगी इसका अनुमान लगाने की होड़ मची हुई है। वैसे तो फिल्म के ट्रेलर में दिख रहे किरदार, सब अपनी जगह ठीक हैं। लेकिन फिर भी हमने कुछ एक कलाकारों को पद्मावती के किरदारों में फिट करने की कोशिश की है। देखें, कुछ फेरबदल की गुंजाइश लगती हो तो घर की बात समझ कर कमेंट्स बॉक्स में राय दें, और घर की बात समझ ही ली है तो शेयर करने में कंजूसी न करें।
मन तो था कल्पना के सागर में की-बोर्ड का ऑक्सीजन लगाकर गोता लगा दिया जाए लेकिन फिर खुद को रोका और सिर्फ तीन मुख्य कलाकारों को इधर से उधर करने की कोशिश की है।
अलाउद्दीन खिलजी के किरदार के साथ हर स्तर पर इंसाफ करते दिख रहे हैं लेकिन अगर मान लिया जाए कि उनके पास डेट्स की दिक्कत होती तो इस किरदार के साथ कौन इतना इंसाफ कर पाता।
अजय देवगन: संजय लीला भंसाली अजय देवगन का दरवाजा भी खटखटा सकते थे। अजय देवगन की आंखों में वो बात है जो अलाउद्दीन जैसे किरदार पर जंचती हैं। अगर वो दाढ़ी वाले लुक में घोड़े पर तबड़क तबड़क करते हुए आते और भारी आवाज के साथ डायलॉग मारते… तो शर्त है कि सीटियां बज जाती।
संजय दत्त: वैसे हैवी बियर्ड में संजू बाबा भी जबर लगते हैं। कद काठी के साथ-साथ उनकी हंसी भी महफिल लूट लेती। अगर वो लंबे बालों को झटकते हुए अलाउद्दीन वाली टोपी पहनते तो तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा हॉल गूंज उठता।
जिस हिसाब से फिल्म की पटकथा है उस हिसाब से शाहिद भी सही जगह पर सेट किए गए हैं, लेकिन कद काठी की वजह से वो राजा वाला पूरा फील नहीं दे पा रहे हैं। इसलिए हमने सोचा क्यों न उनकी ड्रेस में किसी और को घुसा कर देंखे।
जॉन अब्राहम: हमारी कल्पना ने इस ड्रेस में पहले तो जॉन इब्राहिम को सेट किया। राजा वाली बॉडी और चाल ढाल तो सूट कर रही थी लेकिन डायलॉग डिलेवरी में बात बिगड़ जा रही थी।
विद्युत जाम्वाल: फिर हमने जॉन को निकाला (समझ रहे हैं कि कितनी मेहनत करनी पड़ती है हमें) और उसमें विद्युत जाम्वाल को वो पूरा घाघरा वाला कुर्ता और गहने पहनाएं। माशाल्लाह… बड़े जम रहे थे। डॉयलोग भी सूट कर रहे थे।
इमरान हाशमी: इमरान हाशमी कि ऐसी छवि है कि उन पर हर रोल फिट हो जाता है। चाल भी बड़ी रूमानी है। कमर में तलवार डाले अगर वो स्क्रिन पर दिखाई देते तो भी मजा आ जाता।
सारी कहानी इन्हीं के इर्द गिर्द घूमती है, संजय लीला भंसाली की फेवरेट भी हैं लेकिन जिन किताबों में पद्मावती का जिक्र है, उसके हिसाब से वो उस दौर में संसार की सबसे ज्यादा सुंदर महिला हुआ करती थी। हम यहां दीपिका की सुंदरता पर सवाल उठाने का गुनाह नहीं कर रहे हैं, बस उनकी जगह पर बॉलीवुड में पाई जाने वाली दूसरी सुंदर बालाओं को एडजस्ट करने की गुस्ताखी कर रहे हैं। (फिल्म की कहानी ऐसी है कि हमारी स्क्रिप्ट में गुनाह और गुस्ताखी जैसे शब्द आ रहे हैं, स्टोरी न हुई राजा का दरबार लगा है)
एश्ववर्या राय बच्चन: जानकारी मिली है कि संजय लीला भंसाली ने इनको अप्रोच किया था लेकिन एश्ववर्या ने खुद इस रोल के लिए इनकार कर दिया था। वजह जो भी थी, एश्वर्य के मुकाबले इस किरदार में कोई भी सूट नहीं करता।
प्रियंका चोपड़ा: वैसे इनके साथ डेट्स की प्रॉब्लम आ सकती थी क्योंकि ये परदेसीवुड यानी की हॉलीवुड में काम करती हैं। बहरहाल हमने कल्पनाओं में बात सेट की और उन्हें दीपिका वाला लुक दिया। अदाओं के मामले में वो पहले ही सबको फेल करती हैं, महारानी की वेशभूषा में काफी जंच रही थी।
करीना कपूर: बोलती आंखों के साथ जब से महारानी वाला घाघरा पहन कर, सिर पर पल्लू रख कर दिखाई दीं तो लगा कि शायद पद्मावती भी ऐसी ही कुछ होंगी लेकिन उनकी शरारती हंसी महारानी की गंभीरता सूट नहीं करती है।