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Interesting Facts Why Do We Get More Sleep During Exams Know The Scientific Reason Behind This
Interesting Facts: परीक्षा के समय क्यों आती है अधिक नींद? आइए जानते हैं इसके पीछे का वैज्ञानिक कारण
टीम फिरकी, नई दिल्ली
Published by: ज्योति मेहरा
Updated Sun, 12 Mar 2023 10:54 AM IST
सार
अक्सर परीक्षा के समय में हमें अधिक नींद आती है। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि आखिर ऐसा क्यों होता है? आइए जानते हैं इसके पीछे का वैज्ञानिक कारण।
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परीक्षा के समय क्यों आती है अधिक नींद
- फोटो : istock
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विस्तार
Why do we get more sleep during exams: अक्सर परीक्षा के समय में हमें अधिक नींद आती है। आपने भी महसूस किया होगा कि एग्जाम या टेस्ट के दौरान नींद ज्यादा आती है और बार-बार पढ़ने के बाद भी कुछ याद नहीं रहता है। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि आखिर ऐसा क्यों होता है? आज हम आपको इसी सवाल का जवाब देने जा रहे हैं। अधिक नींद आने या याद की हुई चीजें भूलने के पीछे भी विज्ञान हैं, आइए इसको समझते हैं।
परीक्षा के दौरान भूलने की स्थिति को विज्ञान की भाषा में mind blank (दिमाग खाली) हो जाना भी कहा जाता है। दरअसल, हमारे मस्तिष्क में तीन हिस्से होते हैं, जिनसे गुजरने के बाद हमें चीजें याद होती है। इसमें पहला हिस्सा हाइपोथैलेमस (hypothalamus) है, जो हमारे इमोशन और फिजिकल सेंसेशन्स के बीच एक पुल का काम करता है। दूसरा हिस्सा है हिप्पोकैम्पस (hippocampus), यह हिस्सा याद रखने, फैक्ट्स और कॉन्सेप्ट्स का लॉजिक समझने का काम करता है। इसके जरिए ही सारी इन्फॉर्मेशन हमारे जहन के अंदर आती और बाहर जाती है। वहीं मस्तिष्क का तीसरा हिस्सा मस्तिष्काग्र की बाह्य परत (prefrontal cortex) है। यह आंखों के पीछे ही होता है। हमारी कुछ चीजें जो हमें जानवर से अलग करती हैं वह सभी काम यही हिस्सा कंट्रोल करता है। जैसे कि यादें बनाना या फैसले लेना आदि।
दिमाग क्यों हो जाता है ब्लैंक
परीक्षा के लिए पढ़ते समय मस्तिष्क की क्रियाओं को शीत अनुभूति (cold cognition) कहा जाता है। इसमें लॉजिकल और रैशनल थिंकिंग प्रोसेस काम करती है।
अगर हम बिस्तर पर या किसी आरामदायक जगह पर बैठकर, म्यूजिक सुनते हुए पढ़ाई करते हैं तो हाइपोथैलेमस प्रोडक्शन की रफ्तार धीमी करके 'की स्ट्रेस हार्मोन' रिलीज करने लगता है। एग्जाम के समय दिमाग पर बहुत अधिक प्रेशर रहता है, इसलिए हमें नींद सी आने लगती है। दरअसल, इस दौरान पढ़ाई के चलते लोग ठीक से अपनी नींद भी पूरी नहीं कर पाते हैं। ऐसे में वह स्लीप डिप्राइव रहते हैं और इसी वजह से स्ट्रेस में आते ही नींद आने लगती है।
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