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Mosquito Free Country: कानों के पास आकर भिनभिनाने वाले छोटे से जीव के काटने के बाद हम परेशान हो जाते हैं। कई बार तो ये डेंगू और मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारी का कारण भी बन जाते हैं। आंकड़ों की मानें तो मच्छरों के कारण दुनिया में हर साल लगभग 10 लाख लोग अपनी जान गवा देते हैं। ये लगभग दुनिया के हर कोने में पाए जाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक देश ऐसा भी है जहां ढूंढने पर भी एक मच्छर नहीं मिलता है।
मच्छर 30 मिलियन वर्ष से अधिक पुराना जीव हैं। दुनियाभर में इसकी 3,500 से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं। अक्सर मच्छर मौसम के हिसाब से नदारद हो जाते हैं, और अनुकूल मौसम होते ही आतंक मचा देते हैं। इससे कई तरह की खतरनाक बीमारियां फैलती हैँ। ऐसे में दुनिया का इकलौता ऐसा देश जहां एक भी मच्छर नहीं पाए जाते, वह खुशकिस्मत माना जा सकता है। ये खूबसूरत देश फ्रांस, स्विट्जरलैंड, आयरलैंड या अमेरिका नहीं है। इस देश का नाम आइसलैंड है। दुनिया में आइसलैंड इकलौता मच्छर-मुक्त देश है। अगर आप सोच रहे हैं कि आखिर इसके पीछे की वजह क्या है, तो आपको जानकर हैरानी होगी कि इस सवाल का जवाब आज भी एक रहस्य है।
क्या कहता है वैज्ञानिकों का सिद्धांत?
आइसलैंड अंटार्कटिका जितना ठंडा भी नहीं है, और ना ही यहां तालाबों और झीलों की कमी है, जहां मच्छर प्रजनन करते हैं। हैरानी की बात ये है कि आइसलैंड के पड़ोसी नॉर्वे, डेनमार्क, स्कॉटलैंड, और ग्रीनलैंड तक में भी मच्छर पाए जाते हैं, लेकिन आइसलैंड में मच्छर नहीं हैं। अब तक वैज्ञानिकों द्वारा पेश किया गया सबसे मजबूत सिद्धांत कहता है कि आइसलैंड की समुद्री जलवायु उन्हें यहां दूर रखती है।
रासायनिक संरचना है वजह
वैज्ञानिकों के मुताबिक, मच्छरों को गीला आर्द्र वातावरण बेहद पसंद होता है। हालांकि वह ठंडे वातावरण में भी जीवित रह सकते हैं। आइसलैंड में पानी और मिट्टी की रासायनिक संरचना मच्छरों के प्रजनन के लिए अनुकूल नहीं होता है। हालांकि ऐसा क्यों है इस सवाल का जवाब एक रहस्य है, जिसे वैज्ञानिक सुलझाने की कोशिश में लगे हैं।