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फिल्मी सितारों के प्रति दीवानगी के तो आपने बहुत किस्से सुने होंगे लेकिन आज हम जो आपको किस्सा सुना रहे हैं वो शायद ही आपने पहले सुना हो, सुना भी नहीं होगा मामला ही कुछ ऐसा है।
तो बात ये है कि एक महिला थीं 62 साल की, नाम था निशी, थीं इसलिए कि अब वो नहीं रही। मुंबई के मालाबार हिल जैसे पॉश इलाके में उनका परिवार रहता है, संपत्ति भी ठीक ठाक है। जिसमें निशी त्रिपाठी उनकी 80 वर्षीय मां और दो बेटे अरुण, आशीष और बेटी मधु हैं।
परिवार की ज्यादातर संपत्ति घर की मुखिया निशी त्रिपाठी के नाम थी। यहां तक की 10 करोड़ कीमत के जिस फ्लैट में उनका परिवार रहता था वो भी निशी के ही नाम है। बीती 15 फरवरी को अचानक निशी त्रिपाठी का बीमारी के बाद निधन हो जाता है।
अब यहां से इस कहानी में एंट्री होती है बॉलीवुड के फेमस अभिनेता संजय दत्त की। निशी त्रिपाठी की मौत के कुछ दिन बाद यानि 29 जनवरी को संजय दत्त के पास पुलिस थाने से एक फोन आता है।
फोन करने वाला पुलिस अधिकारी बताता है कि निशी नाम की एक वृद्ध महिला अपनी संपत्ति में से बैंक के लॉकर और अकाउंट उनके नाम कर गई हैं आकर उन्हें दिखवा लीजिए। ये सुनकर संजय दत्त भौचक्के रह जाते हैं। अब होना तो उन्हें खुश चाहिए था कि बैठे बिठाए अचानक इतनी संपत्ति उनके नाम पर जो आ गई।
संजय दत्त ने माजरा पता किया तो पता चला कि मालाबार हिल निवासी निशी हरिश्चन्द्र त्रिपाठी अपने बैंक अकाउंट और लॉकर अपनी वसीयत में उनके नाम कर गई हैं। मामला समझ आया तो संजय ने बैंक ऑफ बडौदा के मैनेजर को पत्र लिखकर बताया कि जो संपत्ति निशी त्रिपाठी ने उनके नाम की है वो उनके परिवार को सौंप दी जाए।
संजय के वकील सुभाष जाधव ने भी बताया कि संजय को इस संपत्ति में से कुछ भी क्लेम नहीं करना है। अब संजय दत्ता का इस बारे में कहना है कि जीवन में उन्हें कई तरह के फैंस मिलते हैं जो उनके साथ फोटो खिंचवाना चाहते हैं बात करना चाहते हैं कुछ ऐसे भी होते हैं जो जबरन गिफ्ट उन्हें पकड़ा देते हैं लेकिन ये अनुभव पहली बार किया कि कोई अपनी संपत्ति ही हमारे नाम कर दे। बकौल संजय इस वाकये को बयां करने के लिए उनके पास कोई शब्द नहीं हैं ये अजीब लेकिन खास किस्सा है।