अगर कोई भी अपने घर को रेनोवेट कराता है तो उसकी कोशिश होती है कि वह अपने लिए खास सुविधाएं जुटाए। विशेषकर किचन, बाथरूम और बेडरूम में नई तरह की साजसज्जा प्राथमिकता में रहती है, लेकिन, कोई भी अपने घर को बिल्लियों के खेलने का मैदान नहीं बनाता। अगर आप ऐसा सोच रहे हैं तो आप गलत हैं।
कैलिफोर्निया के सांता बारबरा के रहने वाले पीटर कोहेन ने अपने घर को बिल्लियों के ऐशो-आराम के हिसाब से डिजाइन करवाया है। कोहेन बिल्लियों से बहुत प्रेम करते हैं। वे ऐसी बिल्लियों को गोद लेते हैं, जिन्हें किन्हीं कारणों से लोग छोड़ देते हैं। हालांकि, 1988 से पहले उनके पास कोई बिल्ली नहीं थी। उसी साल उन्होंने जब नया घर खरीदा तो उन्हें इस घर के साथ दो बिल्लियां भी सौगात के रूप में मिलीं। इसके बाद तो कोहेन बिल्ली प्रेमी बन गए।
पीटर एक के बाद एक कई बिल्लियां तब तक गोद लेते गए जब तक कि इन बिल्लियाें को रखने के लिए उनके पास जगह थी। इसके बाद उन्होंने अपने पूरे घर को ही बिल्लियाें की जरूरत के हिसाब से रेनोवेट करा दिया। उन्हाेंने दीवारों पर कैटवाॅक के लिए प्लेटफार्म लगाने के साथ ही बिल्लियाें के लिए कई तरह का सुविधाएं जुटाईं। उसके बाद से उनके घर को नेक्को कहा जाने लगा है।
इस जापानी शब्द का अर्थ बिल्ली का घर होता है। कोहेन पहले कंस्ट्रक्शन के काम से जुड़े थे, इसलिए उन्होंने अपने घर में अधिकतर काम खुद ही किया है। उन्होंने दीवारों पर ऐसे स्ट्रक्चर लगाए हैं, जिनसें बिल्लियां आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान तक जा सकती हैं।
इस समय कोहेन के पास 22 बिल्लियां हैं और वह खुद को इनका पिता कहते हैं। इनमें अधिकतर वे हैं, जिन्हें लाेग उनके बालों के रंग अथवा व्यवहार की वजह से अपनाना नहीं चाहते। कोहेन अब बिल्लियाें की एक तरह की बीमारी एफआईपी के निदान के लिए अभियान भी चला रहे हैं। यह एक ऐसी बीमारी है, जिससे नवजात बिल्लियाें की मौत हो जाती है। पहले इस बीमारी का कोई इलाज नहीं था, लेकिन करीब 25 साल की खोज के बाद चिकित्सक ऐसी 50 बिल्लियाें को बचाने मेें सफल रहे हैं।