अमिताभ बच्चन की अपने फैंस के प्रति चाहत उनके सोशल मीडया पर बखूबी दिखती है। आए दिन वो कुछ ना कुछ अपने फैंस के लिए जरूर शेयर करते हैं। अमिताभ ने हाल ही में एक कविता शेयर की लेकिन वो इस कविता के कवि का नाम ही भूल गए।
अमिताभ बच्चन ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक कविता शेयर की और उस कविता को अपने पिता यानी स्वर्गीय हरिवंश राय बच्चन द्वारा रचित बताया लेकिन वो कविता हरिवंश जी द्वारा लिखी नहीं गई थी। हालांकि, बाद में अमिताभ को अपनी इस भूल का अंदाजा हुआ और उन्होंने अपनी इस गलती को सुधारा भी। बिग बी ने गलत जानकारी देने की वजह से ट्वीट कर माफी मांगी है।
अमिताभ बच्चन ने बुधवार को जो कविता साजा की थी वो कुछ इस प्रकार है-
अकेलेपन का बल पहचान
शब्द कहाँ जो तुझको टोके
हाथ कहाँ जो तुझको रोके
राह वही है, दिशा वही है, तू करे जिधर प्रस्थान
अकेलेपन का बल पहचान ।
जब तू चाहे तब मुसकाए,
जब चाहे तब अश्रु बहाए,
राग वही तू जिसमें गाना चाहे अपना गान।
अकेलेपन का बल पहचान।'
इस कविता को साझा करते हुए अमिताभ बच्चन ने क्रेडिट अपने पिता हरिवंश राय बच्चन को दिया था। लेकिन अपनी गलती का एहसास होते ही उन्होंने माफी भी मांग ली। अमिताभ ने कुछ देर पहले एक ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने लिखा है, 'कल T 3617 पे जो कविता छपी थी, उसके लेखक बाबूजी नहीं हैं। वो गलत था। उसकी रचना कवि प्रसून जोशी ने की है। इसके लिए मैं क्षमा प्रार्थी हूं।'
आपको बता दें कि कुछ महीनों पहले अमिताभ ने कुमार विश्वास को खूब लताड़ा था क्योंकि उन्होंने अमिताभ के पिता हरिवंश राय बच्च्न द्वारा लिखित कविता को गाया था।
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अमिताभ बच्चन की अपने फैंस के प्रति चाहत उनके सोशल मीडया पर बखूबी दिखती है। आए दिन वो कुछ ना कुछ अपने फैंस के लिए जरूर शेयर करते हैं। अमिताभ ने हाल ही में एक कविता शेयर की लेकिन वो इस कविता के कवि का नाम ही भूल गए।