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नोटबंदी का असर भले ही धीरे-धीरे खत्म हो चला हो लेकिन इस नोटबंदी ने हर क्षेत्र में अपनी एक अलग ही छाप छोड़ चुका है। इस नोटबंदी ने उद्याोग से लेकर फिल्म इंडस्ट्री, छोटा-मोटा कारोबार, व्यापार सबमें मंदी ला दिया है। भले ही ये जनता की अच्छाई के लिए किया गया है, लेकिन नोटबंदी की आंड़ में कुछ लोग ग़लत काम भी कर रहे हैं। जैसा इस उबर ड्राईवर ने किया..
एक सर हैं कृष अशोक। इन्होंने चेन्नई में अपने साथ हुई एक छोटी सी घटना को ट्वीटर पर शेयर किया।
'जब मैं उबर मे बैठ कर ओअमआर टोल प्लाजा से क्रॉस हुआ, तो ड्राईवर ने मुझसे नए नोट मांगे। जब टोल वर्कर ने पैसे मांगे तो ड्राईवर ने नए नोट दिखा दिए। इस पर टोल वर्कर ने उन्हें बिना टैक्स लिए जाने को कह दिया।
अब सवाल ये उठता है कि फायदा किसे हुआ?
फायदा उबर ड्राईवर को हुआ। क्योंकि उसने पहले ही आपसे टैक्स ऐड करके चार्ज़ ले लिया है। तो फायदे में तो ड्राईवर ही हुआ न। इस कारनामें पर लोगों ने ड्राईवर और कृष अशोक की जम कर आलोचना की। तब तो नोटबंदी और बड़े नोटों से और ज़्यादा भ्रष्टाचार होगा। हर कोई ऐसा ही करेगा।
लेकिन कैब ड्राईवर ने तो अपनी पूरी फीस विद टैक्स वसूल ही लिए हैं न। तो भईया जहां टैक्स लगे वहां टैक्स भरो। 2000 के नोट दिखा कर बच निकलना मतलब भ्रष्टाचार को बढ़ावा देना। भईया आगे से सतर्क रहना। आपसे कोई भी कैब ड्राईवर नए नोट मांग के टोल पर दिखा कर बच निकल सकता है।
मोदी जी सब काम तो ठीक किए लेकिन ये नोटबंदी कहीं भ्रष्टाचार को और बढ़ावा न दे।