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शादी के लिए लड़का-लड़की की कुंडली का मिलान तो आपने सुना ही होगा। लेकिन यहां यूपी में अब कुंडली से पहले एचआईवी रिपोर्ट मिलाई जा रही है। दरअसल, कुछ दिन पहले यहां एक इलाके में एक साथ करीब 50 लोगों के एचआईवी पॉजिटिव होने की ख़बर आई थी। इलाका तो आपको याद ही होगा। यूपी में बांगरमऊ।
अब ख़बर के बाद हुआ ये कि इस इलाके के लड़के की शादी तय हो रखी थी। लेकिन ख़बर के बाद लड़की वाले सकते में आ गए। बोले- पहले लड़के का एचआईवी टेस्ट होगा और उसके बाद ही शादी होगी।फिर क्या था। घर वालों को भी शर्त माननी पड़ी। टेस्ट हुआ। लगे हाथ दुल्हन का भी टेस्ट हुआ। सबकी रिपोर्ट नेगेटिव आई। तब कहीं जाकर 4 मार्च को धूमधाम से शादी हुई।
दरअसल, 3 फरवरी को स्वास्थ्य विभाग की ओर से बांगरमऊ में खून की जांच के लिए एक कैंप लगाया गया था। खून के नमूने लेने के बाद जब जांच की गई, तो में 46 मरीज एचाईवी पॉजिटिव पाए गए। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि यहां एक झोलाछाप डॉक्टर राजेंद्र यादव के कारण ऐसा हुआ। कहना था कि राजेंद्र एक ही इंजेक्शन का बार-बार इस्तेमाल किया करता, जिसकी वजह से लोग संक्रमित हो गए।