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शहीद के अंतिम संस्कार से पहले पत्नी ने दिया बच्चे को जन्म, खबर पढ़कर रो पड़ेगा दिल

टीम फिरकी, नई दिल्ली Updated Wed, 24 Oct 2018 08:00 PM IST
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martyr ranjeet singh
martyr ranjeet singh - फोटो : Twitter/@JournalistJmu
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ये कैसा संयोग, इधर पिता के अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही थी उधर घर में किलकारियां गूंजने लगीं। इसे विडम्बना नहीं तो क्या कहेंगे, एक ओर शहीद लांस नायक रणजीत सिंह की पत्नी सीमू देवी ने जिला अस्पताल में एक प्यारी सी गुड़िया को जन्म दिया तो वहीं दूसरी तरफ घर में पिता के अंतिम यात्रा की तैयारी हो रही थी, शहीद पिता अपनी प्यारी गुड़िया को देख भी नहीं पाया।

आपको बता दें जम्मू-कश्मीर में राजौरी जिले के सुंदरबनी सेक्टर में नियंत्रण सीमा रेखा (एलओसी) पर सेना ने बीते रविवार को पाकिस्तानी सेना के बैट (बॉर्डर एक्शन टीम) हमले को नाकाम करते हुए घुसपैठ की बड़ी कोशिश विफल करते हुए बैट टीम के दो पाकिस्तानी घुसपैठियों को मार गिराया था। 

मंगलवार (23 अक्टूबर) को पैतृक गांव में शहीद लांस नायक रणजीत सिंह के अंतिम संस्कार से कुछ घंटे पहले उनकी पत्नी ने एक बच्ची को जन्म दिया। यह दंपति की पहली संतान है जो करीब 10 साल इंतजार के बाद हुई। लांस नायक सिंह जम्मू कश्मीर लाईट इंफैंट्री के उन तीन जवानों में एक थे जो रविवार को राजौरी जिले के सुंदरबनी सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी घुसैपैठियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गये थे।

तिरंगे में लिपटा 36 वर्षीय शहीद लांस नायक सिंह का पार्थिव शरीर अखनूर गैरीसन में श्रद्धांजलि के बाद जैसे ही सोमवार को पैतृक गांव सुलीगाम लाया गया, वैसे ही पूरा गांव गम में डूब गया। शव देर से पहुंचने के कारण अंतिम संस्कार मंगलवार सुबह करने का फैसला किया गया।

इसी बीच आधी रात को उनकी गर्भवती पत्नी सीमू देवी को प्रसव पीड़ा होने लगी और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्होंने सुबह करीब पांच बजे एक बच्ची को जन्म दिया। खबरों कि मानें तो शहीद की पत्नी ने कहा कि मैं चाहती हूं कि मेरी बेटी भी अपने पिता की तरह आर्मी ज्वाइन करे और देश की सेवा करे।

रंजीत सिंह की पत्नी अपनी एक दिन की बेटी के साथ अस्पताल से सीधे शमशान भूमि पहुंची और अपने शहीद पति को अंतिम विदाई दी। अधिकारियों के मुताबिक सीमू को अपने पति का अंतिम दर्शन कराने के लिए उनकी नवजात शिशु के साथ श्मसान घाट ले जाया गया। बाद में पूरे सैन्य सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया गया। 
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