Home Fun Thalaikoothal Is The Traditional Practice Of Killing Of The Elderly

परंपरा के नाम पर यहां कर दी जाती है घर के बुज़ुर्गों की हत्या

Updated Thu, 30 Jun 2016 01:53 PM IST
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विस्तार

वैसे तो भारत को परंपराओं और संस्कृतियों का देश कहा जाता है, लेकिन ये परंपराएं कभी-कभी हैरान कर देती हैं। ऐसा नहीं है कि सिर्फ़ भारत में ही ऐसा होता है दुनिया के कई देशों में ऐसी परंपराएं है, जिनके बारे में जानकर हम हैरान रह जाते हैं। लेकिन हम बात कर रहें हैं हमारे भारतवर्ष की जहां आज भी बहुत-सी ऐसी परंपराएं मौजूद हैं, जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। 3ऐसी ही एक परंपरा तमिलनाडु की 'ठलाईकूठल' है, जिसके बारे में सुनकर लोगों को विश्वास नहीं होता और हो भी कैसे, ये है ही इतनी भयामनक। ठलाईकूठल एक परंपरा है, जिसके तहत घर के ही लोग बुज़ुर्गों को अपने हाथों से मार डालते हैं। और तो और इस दौरान गांव के अन्य लोग भी मौजूद रहते हैं, इसे वो लोग उत्सव की तरह मनाते हैं। हैरानी की बात ये है कि बैन के बावजूद तमिलनाडु में ये परंपरा निभाई जाती है। Thalaikoothal-750x500.png.pagespeed.ceइतना ही नहीं बुज़ुर्गों की हत्या कर देने वाली इस परंपरा को समाज की नज़र में विदाई देने का एक सम्मानजनक तरीका माना जाता है। इसके तहत जो परिवार बुज़ुर्गों की सेवा नहीं कर पाता वो इस परंपरा के नाम पर उनकी हत्या कर देता है ...अब इसे परंपरा कहेंगे या कुछ और? कभी-कभी तो बुज़ुर्ग खुद ऐसा करने को कहते हैं। shocking-tradition-india-4 हालांकि जब ये परंपरा निभाई जाती है, तब ध्यान रखा जाता है कि पुलिस को इसकी भनक भी न लगे, क्योंकि ये कानूनन अपराध है।

कब निभाई जाती है ये परंपरा550854357

जब बुज़ुर्ग किसी काम के नहीं रहते, घर वालों को लगे कि अब ये सिर्फ़ हम पर बोझ बनकर रह गए हैं। या फिर जब किसी बुज़ुर्ग को कोई लाइलाज बीमारी हो जाए। गरीबी की वजह से किसी बुज़ुर्ग का इलाज न करवाया जा सके। बुजुर्ग की सेवा करने का समय न हो किसी के पास। जब बुजुर्ग परिवार वालों को बोझ लगने लगे तो परंपरा के नाम पर इनकी हत्या कर दी जाती है।

कैसे की जाती है बुज़ुर्गों की मौतIMG_20160219_0001

इन बुजुर्गों को मारने के तरीके भी बड़े ही खतरनाक होते हैं। 1. बुज़ुर्ग को मिट्टी मिला पानी पिलाया जाता है, जिससे पेट खराब हो जाता है और उसकी मौत हो जाती है। इसे सबसे दर्दनाक तरीका माना गया है। 2. सुबह-सुबह इनको तेल से नहलाने के बाद पूरे दिन कई ग्लास नारियल पानी पिलाया जाता है, जिससे गुर्दे ख़राब हो जाते हैं। ऐसे में बुज़ुर्ग की दो दिन के अंदर ही मौत हो जाती है। 3. दूसरे तरीके में बुज़ुर्ग को ठंडे पानी से नहलाया जाता है ताकि उन्हें हार्ट अटैक आ जाए। 4. कभी-कभी तो नाक बंद करके दूध पिलाया जाता है, जिससे तुरंत सांस रुक जाती है। ...इसे आप इसे क्या कहेंगे हत्या या परंपरा? Source:?The Logical Indian
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