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इस पृथ्वीलोक पर भांत-भांत के प्राणी ही नहीं हैं बल्कि भांत-भांत की चीजें भी हैं। कुछ तो ऐसी हैं कि अच्छे भले बुद्धिजीवी भी आज तक उनका रहस्य सुलझाने में लगे हैं। हम आपके लिए लाए हैं कुछ ऐसी ही चीजें। जिनके रहस्य सही से आज तक उजागर नहीं हो पाए। तो शुरुआत करते हैं उस चीज से जो हमारे (भारत के, भौगोलिक रूप से) ज्यादा नजदीक है।
पुरातत्वविदों ने इस पौराणिक शहर के अवशेष साल 1922 में खोजे। तब से अब तक इस शहर की कई बार खुदाई हो चुकी है। लेकिन वैज्ञानिक अभी तक भी इस रहस्य को उजागर नहीं कर पाए हैं कि ये शहर अचानक कैसे खत्म हुआ और वहां के सारे बाशिंदे कैसे मारे गए।
पेरु में स्थित यह एक पौराणिक मंदिर है। इसके परिसर में बड़े-बड़े पत्थरों की एक दीवार है। खास बात ये है कि सभी पत्थर आपस में जुड़े हैं। हालांकि ये बात आज भी रहस्य है कि इन पत्थरों को जोड़ने के लिए किस चीज का इस्तेमाल किया गया है।
बोलिविया में एक जगह है टिवानाकु, इसे रहस्यमयी शहर कहा जाता है। यहां एक गेट आज तक भी रहस्य बना हुआ है। कहा जाता है कि कभी यहां हजारों साल पहले एक आबाद शहर हुआ करता था। माना जाता है कि यह गेट भी उसी बस्ती के आसपास का है।
जापान के गोताखोर किहाचिरो अराताके ने इसकी खोज की थी। उन्हें एक दिन गोता लगाते हुए यह डूबा ढांचा दिखा। माना जाता है कि करीब 10 हजार साल पहले यह शहर डूबा।
कोस्टा रिका में आपको यह मिलेंगी। 1930 में पौधों की रोपाई के दौरान यह मिलीं। खास बात ये है कि पत्थर की ये गेंदें बिल्कुल गोल हैं। हालांकि ये बात आज भी रहस्य है कि इन्हें किसने बनाया और कैसे यहां हैं।
मिस्त्र में खुदाई के दौरान एक विशाल स्तंभ मिला। 42 मीटर लंबा यह स्तंभ करीब 1200 टन वजनी है। इतिहासकारों की मानें तो निर्माण के दौरान पत्थर में दरार आने की वजह से इसे अधूरा छोड़ दिया गया। हालांकि ये बात आज भी रहस्य है कि इतना विशाल स्तंभ कैसे उठाया जाता ?