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Viral Jokes: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों के पास समय की इतनी कमी हो गई है, लोगों के पास खुद को समय देने का भी समय नहीं है। कई बार तो लोग काम के दबाव में तनाव और अवसाद जैसी मानसिक बीमारियों का शिकार हो जाते हैं। लेकिन अगर आप चाहते हैं, कि इन गंभीर बीमारियों के लिए आपको डॉक्टर के पास जाकर हजारों रुपये खर्च न करना पड़े, तो हमारे पास आपके लिए एक बेहद ही कारगर तरीका है, दरअसल, हंसने से हमारा दिमाग शांत रहता है और हमें अवसाद जैसी बीमारियों से भी छुटकारा मिल जाता है। इसलिए हम आपके लिए बहुत मजेदार चुटकुले लेकर आए हैं, जिसे पढ़कर आप अपनी हंसी नहीं रोक पाएंगे। नियमित रूप से हंसने से हम अवसाद जैसी समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं।
पत्नी- मेरी ये समझ में नहीं आता कि कई साल से मैं करवा चौथ का व्रत नहीं रख रही,
फिर भी तुम अच्छे खासे कैसे बने हुए हो?
पति- मैं बहुत नियम संयम से रहता हूं इसीलिए।
पत्नी- मुझे बेवकूफ समझ रखा है क्या ?
सच सच बताओ वह कौन है?
जो तुम्हारे लिए करवा चौथ का व्रत रखती है।
संता रिक्शे वाले से – हां भैया खाली हो क्या?
रिक्शेवाला – हा भाई खाली हूं।
संता – तो आओ चलो ताश खेलते हैं।
सेल्समेन- सर कॉकरोच के लिए पाउडर लेंगे क्या?
टिंकू- नहीं हम कॉकरोच को इतना लाड प्यार नहीं करते।
आज पाउडर लगा देंगे, तो कल परफ्यूम मांगेगा.
सेल्समैन बेहोश।
डॉक्टर- अब क्या हाल है?
मरीज- पहले से ज़्यादा खराब है।
डॉक्टर- दवाई खाली थी क्या?
मरीज़- नहीं दवाई की शीशी तो भरी हुई थी।
डॉक्टर- मेरा मतलब दवाई लेली थी?
मरीज़- आप ने दी तो मैंने लेली।
डॉक्टर- बेवकूफ दवाई पीली थी?
मरीज़- नहीं दवाई तो लाल थी.
डॉक्टर- गधे दवाई को पी लिया था?
मरीज़- नहीं जी पीलिया तो मुझे था।
डॉक्टर- बेहोश।
संता सिंह ने एक होटल में स्कीम देखी और डिनर करने पहुंचा।
वेटर – सर आपका बिल।
संता – लो कार्ड रख लो।
वेटर – लेकिन सर ये तो आप की शादी का कार्ड है।
संता – तो फिर बहार क्या मजाक में लिख रखा है कि
“ऑल कार्ड्स एक्सेप्टेड”?