विस्तार
लोग बेहतरीन शरीर और डील-डौल के लिए रोज जिम जाते हैं, कसरत करते है, घंटो पसीना बहाते हैं... लेकिन वर्कआउट को लेकर जिमखोरों के मन में कई गलतफहमियां और भ्रम बने हुए हैं। कई मिथ तो ऐसी भी है सभी जिमफ्रीक्स के मन में कॉमन हैं। आइए जाने हैं ऐसे ही कुछ मिथ के बारे में:
?
पसीने से आपकी कैलरीज़ बर्न होती है
वर्कआउट या एक लंबी दौड़ के बाद पसीने से लथपथ होने का यह मतलब कतई नहीं कि आपने एक्सट्रा कैलरी को बर्न किया है। पसीने का वजन घटाने से कोई लेना-देना नहीं है। पसीना शरीर से गर्मी निकालने की एक प्रक्रिया है। सिर्फ पसीना आने का मतलब ये नहीं कि आपके शरीर से चर्बी या फैट कम हो रही है। धूप में खड़े हो जाइए, पसीना ही पसीना आएगा!!
?
फ्लैट एब्स के लिए क्रंचेज़ सबसे फायदेमंद
बेशक क्रंचेस से आपके एब्डोमन की मसल्स को काफी फायदा होता है लेकिन इसके जरिए आप पेट के उभार को कम नही कर सकते। आपकी बॉडी पलती है, तो ही आप पतली कमर पा सकते हैं। मतलब ये अच्छे एब्स के लिए शरीर घटाना जरूरी है। एब्स सभी के पास होते हैं, लेकिन सबसे जरूरी है बॉडी फैट घटाना।
?
दौड़ना घुटनों के लिए नुकसानदेह है
हालांकि दौड़ने से होने वाली अधिकतर इंजरी घुटनों पर असर डालती हैं, लेकिन दौड़ने से घुटनों को कोई नुकसान नहीं पहुंचता। असल में दौड़ने से घुटनों को मजबूती मिलती है। यह कारण है कि कई डॉक्टर आपको जॉगिंग की सलाह देते हैं। यदि अगली बार आप दौड़ें, तो समझ लीजिए की आपके घुटने सुरक्षित हैं।
?
40 के पार आप मसल्स नहीं बना सकते
आधे लोग तो ये मानते हैं कि मसल्स जवान लड़कों के लिए ही है। बाकी आधे लोग ये सोचते हैं कि अब शरीर में ज्यादा बदलाव आएगा नहीं, तो मसल्स पाना पॉसिबल नहीं है। दरअसल बात यह है कि उम्र का असर शरीर पर दिखता तो है, लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि आपकी बॉडी ग्रो नहीं करेगी। रेग्युलर वर्कआउट से किसी भी उम्र में बॉडी बनाई जा सकती है, बशर्ते आपका शरीर साथ दे!
?
जिमिंग से आप मर्दाना दिख सकती हैं
वेट एक्सर्साइज को लेकर लड़कियों में एक गलत धारण है कि इससे वो मर्दाना दिख सकती हैं। महिलाओं की मसल्स पुरूषों से अलग होती हैं। हार्मोंस के कारण, एक्सर्साइज से उनके शारीरिक परिवर्तन और पुरूषों के शारीरिक परिवर्तन बहुत अलग होते हैं। कसरत से आपको सडौल शरीर मिलता है।
?
30 की उम्र के बाद वजन बढ़ता है क्योंकि आपका मैटाबोलिज़्म रुक जाता है
हार्मोंस की धीमी रफ्तार और कम शारीरिक गतिविधियों के कारण ही आपका मैटाबोलिज़्म धीमा पड़ता है। लेकिन इससे आप अस्वस्थ और कमजोर नहीं होते। 30 के बाद भी सही पोषण और अच्छी कसरत के साथ अच्छे स्वास्थ्य के अलावा शानदार शरीर भी पा सकते हैं। लेकिन एक सुस्त शरीर समय के साथ आपको कमजोर बना सकता है।
?
योग से आपका वजन घटता है
योग के कई फायदे हैं, लेकिन इससे आपका वजन कम नहीं होता। योग से सामान्य वर्कआउट के जितनी कैलरी बर्न नहीं कर सकते। योग से आप चुस्ती, संतुलन, ताकत और मजबूती पाते हैं। साथ ही यह आपके हृदय को भी सुरक्षित रखता है। लेकिन योग से वजन नहीं घटता। अब सब योगा से तो न होगा!
?
ऐरोबिक्स आपके मैटाबोलिज़्म को बढ़ाता है
यह बहुत बड़ा ढकोसला है। ऐरोबिक्स से आपके मैटोबोलिज्म को उतना बढ़ावा नहीं मिलता, जितना आप सोचते हैं। ऐरोबिक्स से आप केवल 20 अतिरिक्त कैलरी बर्न करते हैं, जो शायद ही फैट में गिना जाए। स्लों एंड स्टेडी वर्कआउट में आप इसे गिन सकते हैं।
?
स्विमिंग वजन घटाने के लिए बेहतरीन कसरत है
स्विमिंग से आपके फेंफड़ों को बेहद फायदा मिलता है। इससे आपकी मसल्स टोन होती हैं, लेकिन आपका वजन कम नहीं होता। क्योंकि तैरने के दौरान आपके शरीर की हीट नहीं निकल पाती। हालांकि स्विमिंग एक बेहतरीन टोनिंग और रिलेक्सिंग एक्सरसाइज़ है।
?
'नो पेन, नो गेन' भी है एक झूठ
बॉडी पेन कैमिकल रिएक्शन की वजह से होता है। ज्यादा कसरत करने से आपके शरीर में लेक्टिक एसिड बन जाता है। जिस तरह ज्यादा खाने की वजह आपका पेट दो समय के लिए भरा जा सकता, उसी प्रकार ज्यादा वजन उठाकर दर्द सहने से आप मसल्स बना लेंगे, यह एक भ्रम है।
?
मसल्स बनाने के लिए मशीन सुरक्षित हैं
देखने में लगता है कि यदि आप मशीन से कसरत करते है, तो पूरी तरह सही है। लेकिन ऐसा होता नहीं है। मशीन से एक्सरसाइज़ करने का भी एक सही तरीका होता है। मशीन का डिजाइन आपकी सहायता के लिए होता है लेकिन बॉडी पोजीशन उससे ज्यादा जरूरी है। मशीन पर गलत तरीके से एक्सरसाइज़ करने के अंजाम बेहद खतरनाक हो सकते हैं।