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अगर आपके घर में कंप्यूटर होगा तो आप इस तस्वीर को अच्छी तरह पहचान रहे होंगे। इस नैचुरल पिक्चर का वॉलपेपर लगभग हर किसी ने अपने कंप्यूटर स्क्रीन पर लगाया होगा। दरअसल ये सिर्फ वॉलपेपर नहीं बल्कि वास्तव में खींची गई एक तस्वीर है। इस तस्वीर को अपने कैमरे में कैद करने वाले थे 'चार्ल्स ओ' रियर'। इन्होंने इस तस्वीर को 1966 में ली थी।
बहुत से लोग आज भी ये मानते हैं कि ये पिक्चर वास्तविक नहीं है। बल्कि किसी कप्यूटर एडिटिंग सॉफ्टवेयर की मदद से बनाई गई है। लेकिन आपके सेल में कई वॉलपेपर ऐसे होंगे, जिन्हें चार्ल्स ने ही अपने कैमरे से ली है। चार्ल्स अमेरिका के नेपा वैली में रहते हैं। दरअसल इस तस्वीर के पीछे एक खूबसूरत कहानी है।
1996 में वो अपनी कार से अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने कैलिफोर्निया रवाना हुए थे। तभी उन्होंने रास्ते में ये नजारा देखा। चार्ल्स ने फौरन इस दृश्य को अपने कैमरे में कैद कर लिया। इस पिक्चर को सबसे पहले चार्ल्स ने साल 1996 में कॉरबिस नाम की एक कंपनी को भेजी। बाद में इस पिक्चर का प्रयोग माइक्रोसॉफ्ट ने 2001 में अपने ऑपरेटिंग सिस्टम XP को ओपनिंग इमेज के तौर पर किया। जिसके बाद ये तस्वीर पूरी दुनिया में छा गई। कंप्यूटर चलाने वाला हर व्यक्ति इस तस्वीर को पहचानता होगा। इस तस्वीर को 'ब्लिस' नाम दिया गया है। और ये कोई साधारण वॉलपेपर नहीं है बल्कि ये वॉलपेपर दुनिया की सबसे ज्यादा देखे जाने वाली तस्वीरों में से एक है।