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ऑस्कर 2017 में बेस्ट फ़िल्म को अवॉर्ड दिए जाने के दौरान जो कुछ भी हुआ उसकी चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। सोशल मीडिया पर ये मुद्दा हॉलीवुड से लेकर बॉलीवुड सेलिब्रिटीज़ और फैन्स के बीच छाया रहा। तब से लेकर अब तक आप इस गलती पर बने सैकड़ों फनी मीम देख चुके होंगे। लेकिन क्या आपको पता है कि ऑस्कर में इससे भी कहीं ज़्यादा बड़ी एक गलती हुई है।
ये गलती कोई ऐसी-वैसी नहीं है। अगर ऐसा आपके साथ हो जाए तो आप गुस्से से पागल हो जाएंगे। ऑस्कर 2017 के मेमोरियम में ओम पुरी को भी श्रद्धांजलि दी गई। इस बात को लेकर सभी बहुत गौरवान्वित और खुश हुए। लेकिन इसी मेमोरियम में एक बहुत बड़ा ब्लंडर भी हो गया जिस ओर किसी का ध्यान ही नहीं गया।
हुआ यूं कि इस मेमोरियम में एक ऑस्ट्रेलियाई कॉस्ट्यूम डिज़ाइनर जैनेट पैटर्सन को श्रद्धांजलि दी जानी थी। इनकी मृत्यु 2016 में 60 साल की उम्र में हो गई थी। सभी की तरह उनकी भी बारी आई। इस ऑबीच्युअरी में नाम तो उनका ही था लेकिन इनके नाम के साथ तस्वीर एक ज़िन्दा महिला की लगा दी गई।
ये महिला हैं ऑस्ट्रेलियाई प्रोड्यूसर जैन चैपमैन। ये दोनों दोस्त थीं और इन दोनों ने 'द पियानो', 'द पोर्ट्रेट ऑफ़ अ लेडी', 'ऑस्कर एंड लुसिंडा' और 'ब्राइट स्टार' में काम किया था। अपनी दोस्त की जगह खुद को मेमोरियम की तस्वीर में देखकर जैन को बहुत गुस्सा आया।
उन्होंने कहा कि मेरी दोस्त की जगह खुद को देखकर मुझे बहुत अजीब लगा। उन्हें आश्चर्य होता है कि किसी ने इस बात पर ध्यान कैसे नहीं दिया। मैं अभी ज़िन्दा हूं और अभी भी एक प्रोड्यूसर के रूप में कार्य कर रही हूं। इस घटना से वो काफ़ी आहत हैं।
इस घटना के 3 दिन बाद आखिर अकैडमी ने भी माफ़ी मांग ली है। उनकी तरफ़ से कहा गया कि हम इस बात के लिए दिल से माफ़ी मांगना चाहते हैं। इसके बाद अकैडमी ने अपनी रील में बदलाव कर इस गलती को सुधार लिया है।
सोचिए कि ये कितनी बड़ी गलती है। इसके लिए जैन अकैडमी (ऑस्कर) पर केस भी कर सकती हैं। माना कि उनकी उम्र हो गई है लेकिन ज़िन्दा रहते हुए कोई उनकी तस्वीर कैसे इस्तेमाल कर सकता है। जैनेट पैटर्सन और बाकी लोग तो जीवित नहीं हैं लेकिन जैन को इस बात का एहसास हो गया होगा कि लोग जब मृत लोगों को श्रद्धांजलि देते हैं तो कैसा लगता है।