दीपाली अग्रवाल, टीम फिरकी, नई दिल्ली
Updated Sat, 06 Jan 2018 02:18 PM IST
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ट्रैफिक सिग्नल से लेकर मेट्रो और रेलवे स्टेशन तक हमें हर जगह एक ऐसा तबका दिखाई दे जाता है जिनमें से कोई भगवान के नाम पर तो कोई अपने बच्चों को आगे लेकर आपसे भीख मांगने लगते हैं|
उनके फटे कपडे और सूरत-ए-हाल को देख कर बस इतना ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि बमुश्किल ही इनकी रोजी चल पाती होगी इसलिए कई बार इन पर तरस खा कर हम कुछ पैसे इन्हें दे देते हैं| लेकिन अगर आप कभी झारखण्ड के चक्रधरपुर स्टेशन से गुजरें तो वहां आपको एक ऐसा भिखारी भीख मांगता दिख सकता है जो महीने के 3 लाख रुपए कमाता है|
अगली लाइन पढ़कर आप अपनी अलमारी में रखी डिग्री पर वापस ध्यान देने को मजबूर हो जाएंगे| कहीं ऐसा न हो कि आप उन्हें फाड़ ही डालें क्योंकि बिना किसी डिग्री के 40 साल के छोटू बराइक चक्रधरपुर स्टेशन पर भीख मांग कर 3 लाख रुपए महीने तो कमा रहे हैं| छोटू का अपना बिजनेस भी है, वह कबाड़ के डिस्ट्रीब्युटर हैं, जिसका सामान वो ट्रेन में बेचते हैं| उनका बिजनेस का लेवल इतना ज्यादा है कि उन्होंने और कई लड़के भी काम पर रखे हुए हैं| इसके आलावा 5 घंटे की दूरी पर जिला सिमडेगा में उनकी एक बर्तनों की दूकान भी है जिसकी देख-रेख उनकी पत्नी करती हैं|
उनकी पत्नी की बात से आपका ये जानना भी जरुरी है कि इस बिजनेसमैन भिखारी की एक नहीं बल्कि 3 पत्नियां हैं| और छोटू अपनी कमाई की 3 लाख रूपए की आमदनी को इन तीनों में बराबर बांट देते हैं|
इस खबर के बाद अपने करियर ग्राफ पर नजर डालने को मजबूर तो नहीं हो गए हैं क्योंकि छोटू ने कारनामा ही ऐसा कर दिखाया है|