1500 रुपये में मिल रही है इस देश की नागरिकता, यहां अब भी गुफाओं में रहते हैं लोग
फिरकी टीम, नई दिल्ली
Published by:
सोनू शर्मा
Updated Mon, 31 Dec 2018 01:44 PM IST
'सिटी ऑफ शेम' के नाम से मशहूर दुनिया के सबसे पुराने शहरों में से एक है इटली में स्थित मटेरा में लोग 8000 साल से रह रहे हैं। मटेरा में आपका समय गुफाओं में ही बीतेगा, आप गुफा में ही सोयेंगे, गुफा में ही खाएंगे और यहां तक की गुफाओं में ही आधुनिक मूर्तिकला के दर्शन भी करेंगे।
यहां के प्राचीन पड़ोसी को सस्सी के नाम से जाना जाता है। यह सबसे अनोखी और शानदार जगहों में से एक है, जिसे आपने दुनिया में कहीं भी नहीं देखा होगा। 1950 के दशक तक मटेरा इटली के लिए शर्म का विषय था, क्यूंकि यहां गरीबी, मलेरिया और शिशु मृत्यु दर सबसे अधिक था। इतना ही नहीं, यहां लोग बिना बिजली, पानी और सीवेज के गुफाओं में रहते थे। इसलिए इसे 'सिटी ऑफ शेम' के नाम से जाना जाता है।
हालांकि, 1953 और 1968 के बीच 30,000 लोग शहर के आधुनिक हिस्से में पलायन कर गए। मटेरा छोटे क्षेत्र बेसिलिकाटा में दक्षिणी इटली के एक कोने में स्थित है। यहां पहुंचना इतना आसान भी नहीं है। यही वजह है कि खासकर विदेशी पर्यटकों के लिए यह जगह इतने सालों से अज्ञात बनी हुई है।
हालांकि, 1993 में ये यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल बन गया, जिसके बाद लोगों ने धीरे-धीरे यहां आना शुरू किया। अब कई गुफाएं स्टाइलिश होटलों और रेस्तरां में तब्दील हो गई हैं। बहरहाल, बदलते दौर के साथ समय और परिस्थितियों में काफी बदलाव आया है, जहां एक ओर मटेरा की बदसूरत गुफाएं गुमनामी की जिंदगी जी रहीं थीं, वही अब यहां अधिकतर पर्यटकों ने आना शुरू कर दिया है।
लोग अब उन पुरानी गुफाओं जिन्हें सजाकर एक अलग ही रूप दे दिया गया है, को देखने दूर-दूर से आते हैं। गुफाओं में बने चर्चों, महलों और विकास कार्यों के चलते मटेरा को अब 2019 के लिए यूरोप की सांस्कृतिक राजधानी घोषित किया गया है।
इसे येरुशलम ऑफ द वेस्ट भी कहा जाता है। पुरातात्विक अवशेष बताते हैं कि यहां 8 हजार साल से लोग रहे हैं। अब यहां लोगों ने आना शुरू कर दिया, इसलिए आने वाले एक साल में यहां म्यूजिक, रीडिंग, फूड, एग्जीबिशन 300 कल्चरल परफॉर्मेंस होंगे।
खास बात यह कि यहां आने वाले पर्यटक महज 22 डॉलर (करीब 1538 रुपए) चुकाकर अस्थायी नागरिक बन सकते हैं और दक्षिणी रोम के 400 किमी इलाके को पूरे साल घूम सकते हैं। लोगों को उम्मीद है कि मटेरा को यूरोप की सांस्कृतिक राजधानी बनाने से यहां विकास को बढ़ावा मिलेगा।