ये अपने-आप में ऐसा पहला केस है। नाविक ने बिना किसी को बताये मुंबई में ये सर्जरी करा ली थी, जब वो 'विशाखापट्नम बेस' पर वापस आया, तो उसे SNLR (Service No Longer Required) के तहत सेना से हटाये जाने का फैसला किया गया। क्योंकि महिलाएं रक्षा सेवाओं में सैनिकों के रूप में काम नहीं कर सकती हैं। हालांकि, कम संख्या में ही सही, पर लड़कियों को नेवी में लिया जा रहा है। लेकिन रक्षा सेवाओं के तौर पर अब भी केवल मर्दों की ही भर्ती होती है।
नेवी के अनुसार, नाविक ने सेना के नियम और शर्तों का उलंघन किया है। सात साल पहले ये नाविक लड़के के तौर पर ही आर्मी में भर्ती हुआ था। उसने मैकेनिकल इंजीनियर के तौर पर सात साल काम किया है। लेकिन अब उसे इस पद से हटाया जा चुका है।
source- dailymail