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दो कहावतें आपने जरूर सुनी होंगी। पहली कि ऊपर वाले की लाठी में आवाज नहीं होती है और दूसरी कि जैसी करनी वैसी भरनी... इन दोनों कहावतों में भगवान द्वारा गलत किए जाने वाले पनिशमेंट की बात कही जाती है। लेकिन बुद्धिमान आदमी ये बात भूल जाते हैं, जैसे ही वह किसी कमजोर और बेबस आदमी को देखते हैं अंदर की हेकड़ी आंखों में उतर जाती है।
अक्सर देखा होगा कि मध्यमवर्गीय आदमी गरीब और असहाय आदमी पर छोटी सी बात पर टूट पड़ता है। जरा सी बात पर गाल पर तमाचे बजा देता है और आस पास डंडा दिख जाए तो एक आध चिपका भी देता है। सामने वाला गरीब के साथ साथ मानसिक विक्षिप्त भी हो तो उसको कोई भी मारने पीटने लगता है। लेकिन फिर वही दो कहावते याद आती हैं, जैसी करनी वैसी भरनी और ऊपर वाले की लाठी में आवाज नहीं होती है।
कोई न कोई ऐसा मौका आता है, जब वही गरीब और कभी कभार मानसिक विक्षिप्त आप पर टूट पड़ता है। उसका एक एक प्रहार आपके शरीर पर ही नहीं बल्कि तन, मन और धन पर पड़ता है। ये सारा ज्ञान इसलिए बघारा जा रहा है क्योकि एक वीडियो सोशल मीडिया पर आग लगाए हुए है। पहले आप वीडियो देखें और उसके बाद की कहानी हम तब बताएंगे।