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भारत में पाकिस्तानी कलाकारों के विरोध का खामियाजा पाकिस्तान के बढ़ते हॉलीवुड प्रेम के रूप में तब्दील हो रहा है। यही नहीं उसका यह प्रेम अपनी पराकाष्ठा लांघने को है। कुलभूषण मामले को भी उसने हॉलीवुड से जोड़ दिया है! पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने पूर्व भारतीय नौसेना अधिकारी कुलभूषण को फांसी की सजा सुनाई। नवाज सरकार ने कुलभूषण के खिलाफ आरोपों की चार्जशीट बनाई, लेकिन गलती से हॉलीवुड फिल्म के एक किरदार की बना दी। हैरानी की बात यह है कि ये गलती गलतफहमी में नहीं हुई है, जानबूझकर की गई है। जिस हॉलीवुड किरदार की चार्जशीट बनाई गई है, वह है 'रैंबो'। चलिए गफलत में न पड़िए, हम आपको पूरा मामला समझाते हैं।
पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के सलाहकार सरताज अजीज ने शुक्रवार को कुलभूषण के खिलाफ डॉजियर पेश किया। अजीज ने कहा कि पाकिस्तान के पास कुलभूषण के खिलाफ वे सबूत हैं जिनकी बिनाह पर फासी की सजा बरकरार रहेगी।
पाक ने कुलभूषण के खिलाफ दाखिल की गई चार्जशीट में उन्हें 'वन मैन डिमॉलिशन स्क्वॉड' की तरह पेश किया है। कुलभूषण के खिलाफ लगे आरोप दरअसल हॉलिवुड फिल्म के किरदार 'रैंबो' की याद दिलाते हैं। वही रैंबो जो वन मैन आर्मी की तरह काम करता है। पाइपलाइनों में धमाके करना और कैंपों में आईईडी प्लांट करना जिसके बाएं हाथ का खेल है।
चौंकाने वाली बात यह भी है कि कुलभूषण के खिलाफ दर्ज की गई चार्जशीट में चार्जेज तो हैं लेकिन उन लोंगों की मौतों के आंकड़े नहीं है जिन्हें पाकिस्तान कुलभूषण का शिकार बता रहा है।
चार्जशीट में यह भी बताया गया है कि कुलभूषण को अपने बचाव के लिए एक वकील भी मुहैया कराया गया था। दावा यहां तक किया गया है कि पाक सैन्य कोर्ट में कुलभूषण के सामने जो भी गवाहियां दी गईं, वे सभी रिकॉर्ड भी की गई हैं। इस दौरान कुलभूषण ने गवाहों से सवाल-जवाब भी किए।
2015 के क्वेटा धमाकों को स्पॉन्सर किया।
2014-15 में तुरबत, पंजगुर, ग्वादर, पसनी और जिवानी में हमले कराए, कई आम और सैना के लोग मारे गए।
बलूचिस्तान स्थित सूई इलाके में गैस पाइपलाइनें धमाकों से उड़ाईं।
बलूचिस्तान में पाक नागरिकों में जहर भरा। अलगाववादियों और आतंकियों वित्तीय मदद दी।
क्वेटा के धार्मिक स्थलों पर हमले कराए, हजरास और शिया श्रद्धालुओं को क्षति पहुंचाई।
जिवानी बंदरगाह पर लोगों से भरी नाव और रडार स्टेशन पर हमले कराए।
डेविड मॉरेल की उपन्यास 'फर्स्ट ब्लड' का पर्दे पर फिल्माकर हॉलिवुड की फिल्म सीरीज बनी, जिसे 'रैंबो' नाम दिया गया। हॉलीवुड के दिग्गज कलाकार सिलवेस्टर स्टैलॉन ने 'रैंबो' किरदार निभाया है। फिल्म में रैंबो अमेरिकी सेना के विशेष दस्ते का पूर्व सैनिक है। वह अमेरिकी हितों विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम देकर वन मैन आर्मी की तरह काम करता है।
ना'पाक' रवैये का सच
पाकिस्तान ने पिछले साल कुलभूषण जाधव को ईरान के चाबहार से पकड़ा था। पाकिस्तान ने कुलभूषण को भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ का एजेंट बताया और आरोप लगाया कि कुलभूषण ने पाकिस्तान के खिलाफ कई आतंकी वारदातों का अंजाम देकर नवाज सरकार का जीना दूभर कर दिया। आरोप यह भी है कि कुलभूषण ने बलूचिस्तान को पाकिस्तान से मुक्त कराने के लिए जंगे-आजादी की लड़ाई लड़ी और इसके लिए आतंकी गतिविधियों का सहारा लिया।
भारत ने कहा है कि कुलभूषण भारतीय सेना के रिटायर्ड अधिकारी है और भारत से खुन्नसवश पाकिस्तान ने उन्हें चाबहार से किडनैप कर लिया है। चूंकि हर एक मामले में आज पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर दाल गल नहीं रही है, और चारों दिशाओं से हो रही थू-थू को देखते हुए मरता क्या न करता कि तर्ज पर पाकिस्तान के हाथ जो लगे उसी को भारत के खिलाफ हथियार बनाकर पेश करने में लगा है।
थू-थू इसलिए क्योंकि उसके रहमोकरम पर पल रहे और इंटरपोल की लिस्ट में अपनी जगह बना चुके आतंकियों ने अपनी जहरखुरानी सभाओं में खुद पाकिस्तान की रहनुमाई की दलीलें दी हैं और भारत के खिलाफ जितना उगल सकते थे जहर उगला है। भारत में उड़ी हमला, पठानकोट हमला और इनसे पहले मुंबई हमले में पाकिस्तान की शह और उस उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई की संलिप्तता जग जाहिर है। इन सब वजहों के चलते पाकिस्तान में पिछले वर्ष आयोजित होने वाला सार्क सम्मेलन भी नहीं हो पाया था।
मौजूदा आलम यह है कि कुलभूषण मामले पर अपना टेक लेते हुए भारत ने पाकिस्तान के साथ सभी तरह की द्विपक्षीय बातचीत पर भी रोक लगा दी है। सबसे महत्वपूर्ण बात... समुद्री सुरक्षा को लेकर 17 अप्रैल को दोनों देशों के बीच बातचीत प्रस्तावित थी, लेकिन अब उसे न करने का फैसला भारत ने लिया है और इसके लिए भारत ने पाकिस्तान को आधिकारिक तौर पर अवगत भी करा दिया है। पाकिस्तान से कह दिया गया है कि रविवार को पाकिस्तान समुद्री सुरक्षा एजेंसी (पीएमएसए) के प्रतिनिधिमंडल की मेजबानी करने के लिए भारत तैयार नहीं है।