Home Science Researcher Found That Human Can Live Up To 150 Years Life

यदि ये 1 चीज कर ले इंसान तो जी सकता है 150 साल तक की जिंदगी

टीम फिरकी, नई दिल्ली Published by: संकल्प सिंह Updated Mon, 31 May 2021 01:18 PM IST
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प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर - फोटो : @pixabay
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आधुनिक दौर में इंसानों की मृत्यु की उम्र कम होती जा रही है। आज के समय में गिने-चुने कुछ लोग होते हैं, जो 90 से अधिक आयु तक जिंदा रहते हैं। वहीं ज्यादातर लोगों की मृत्यु करीबन 60 से 80 साल के बीच हो जाती है। इसका सबसे बड़ा कारण हमारी जीवनशैली और आदतें हैं, जिसके चलते हमारी जीवन जीने की औसतन आयु धीरे-धीरे कम हो रही है। हाल ही में प्रकाशित हुए एक अध्ययन के मुताबिक अगर इंसान तनाव से मुक्ति पा ले तो वह 150 साल तक बिना किसी परेशानी के आराम से जीवन जी सकता है। 
अध्ययन के नतीजों को नेचर कम्युनिकेशन्स में प्रकाशित किया गया है। इस अध्ययन को सिंगापुर की जेरो कंपनी ने न्यूयॉर्क के कॉम्प्रिहेंसिव कैंसर सेंटर के साथ मिलकर किया। रिसर्च के बाद शोधकर्ताओं ने बताया कि कैंसर, शुगर आदि बीमारियों के अलावा इंसान के जीवन जीने की आयु को जो रोजाना धीरे-धीरे कम कर रही है, उसका सबसे बड़ा कारण इंसान की तनाव भरी जिंदगी है।
शोधकर्ताओं ने यह भी बताया कि जब भी कोई इंसान तनावभरी अवस्था से गुजरता है, उस वक्त उसके शरीर में कई सारे बदलाव होते हैं। इससे उसके ठीक होने की दर उम्र या कहें बीमारियों से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने लगती है। इस अध्ययन में अमेरिका, यूके और रूस के तीन बड़े समूह शामिल हुए। इन समूहों का बारीकी से अध्ययन कर उनकी उम्र बढ़ने की गति पर शोध किया गया।
अध्ययन में इस बात का पता चला कि 80 साल का इंसान 40 साल के इंसान की अपेक्षा तनाव से उबरने में तीन गुना ज्यादा समय लेता है। वहीं 120 से 150 साल की उम्र के बीच उसकी प्रतिरोधक क्षमता पूरी तरह कमजोर हो जाती है। जेरो के कार्यकारी प्रमुख पीटर फेदिचेव ने बताया कि इंसानों की उम्र बिखराव के दौरान, जटिल तंत्रों की तरह तत्व दिखाती है।
अध्ययन के लिए रिसर्चर्स ने एक खास तरह का डायनामिक ऑर्गेनिज्म स्टेट इंडिकेटर (DOSI) बनाया। इसमें ब्लड सेल के आंकड़ों से सीबीसी में उतार-चढ़ाव का पता चलता है। इसके अलावा स्टेप काउंट्स के जरिए तनाव के दौरान लोगों के उबरने के समय का भी पता चलता है। इस रिसर्च के दौरान शोधकर्ताओं ने पाया कि जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है वैसे-वैसे उबरने का समय भी उम्र के साथ-साथ बढ़ता चला जाता है।
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