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बॉलीवुड की चकाचौंध आपको आकर्षित करती है लेकिन इसके पीछे का घुप्प अंधेरा किसी को दिखाई नहीं देता है। इसी गुमनामी के अंधेरे ने सैकड़ों लोगों को निगल लिया है। जो कभी हैंडसम हंक लगा करते थे वह आज वह बेबसी की जिंदगी बिताने को मजबूर हैं। इसी कड़ी में हम आज उस शख्स के बारे में बता रहे हैं। जिसके साथ काजोल ने अपनी पहली फिल्म की थी। यहां बात हो रही है कमल सादना की, कमल सादना के साथ बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेस काजोल ने अपने करियर की शुरुआत की थी। काजोल तो बुलंदियों पर पहुंच गईं लेकिन कमल की जिंदगी, खुद एक फिल्म बनकर रह गई।
बॉलीवुड में टॉप क्लास हीरो बनने का ख्वाब देख रहे कमल को पता भी नहीं था कि उनकी जिंदगी में एक विलेन एंट्री कर चुका है। कम उम्र में ही कमल ने इतने दुख झेले वो अंदर तक हिल गए। कमल के पिता ने, उनके जन्मदिन वाली रात ही मां सईदा खान और बहन नम्रता की गोली मारकर हत्या कर दी और इसके बाद आत्महत्या कर ली। पलभर में पूरा परिवार खत्म हो गया, ऐसे में कमल को खुद को संभाल पाना आसान नहीं था।
उस रात का जिक्र करते हुए कमल आज भी सिहर जाते हैं, एक मीडिया हाउस से बात करते हुए उन्होंने बताया कि उस रात पिता ने मुझ पर भी गोलियां बरसाईं थी लेकिन मैं किसी तरह बच गया। इस सदमे से बाहर आने के लिए कमल को मनोचिकित्सक की मदद लेनी पड़ी। वह कहते हैं कि उन्हें नहीं पता कि 21 अक्टूबर 1990 की रात, पिता ने गोलियां क्यों चलाईं थी। बस यह याद है कि मॉम-डैड के बीच कुछ झगड़ा हुआ था, उन्होंने बताया कि झगड़ा अक्सर होता रहता था, तो हमने भी ज्यादा ध्यान नहीं दिया था।
काजोल के साथ फिल्म 'बेखुदी' करने के बाद कमल ने बाली उमर को सलाम, रॉक डांसर, विक्टोरिया नंबर 203 और मोहब्बत और जंग में काम किया, लेकिन बॉलीवुड में कोई भी फिल्म करिश्मा दिखाने में कामयाब नहीं रही।
फिल्मों में मिली असफलताएं और पारिवारिक सदमे के बावजूद कमल नहीं टूटे, उन्होंने अपनी कोशिश जारी रखी और छोटे पर्दे पर अपनी जगह बनाई। साल 2006 में 'कसम से' सीरियल में उनको पहचान मिलनी शुरू हो गई। इसके बाद उन्होंने कई सिरियल्स में काम किया, 2014 में आई फिल्म टाइगर्स ऑफ सुंदरबन में कमल ने निर्देशन का काम संभाला। अब वो अपने परिवार के संग समय बिता रहे हैं, कमल सादना ने मेकअप आर्टिस्ट लीसा जॉन के संग शादी की, उनके दो बच्चे हैं, 13 साल का बेटा अंगद और 11 साल की बेटी का नाम लीया है।