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इन दिनों 'सैनेटरी पैड' को लेकर चर्चाओं का दौर जारी है, जिस पर इस वक्त पूरे देश में चर्चा हो रही है। यूं भी हमारे देश में चर्चा बनने के लिए दो चीजें होती हैं, एक तो राजनैतिक कारण, दूसरा फिल्मी।
एक भी कारण हो तो पूरा देश चर्चा में उमड़ पड़ता है। सैनेटरी पैड तो इस वक्त राजनैतिक फैसलों (टैक्स फ्री नैपकिन) और फिल्मी कारण (पैडमैन फिल्म जो आ रही है) दोनों वजहों से चर्चा में है।
इसी बीच अब देश की युवा पीढ़ी भी इस चर्चा में शामिल हो गई है। वैसे, कोई कुछ भी कहे लेकिन बेसिक हाइजीन तो सबके लिए जरूरी है। तो पैडमैन के बाद अब 'पैडगर्ल' भी हैं। ये गुजरात की दो लड़कियां है राजवी और धार्मि पटेल। इन दोनों ने मिलकर आर्गेनिक तरीके से सैनेटरी पैड तैयार किये हैं। हालांकि अभी ये टेस्टिंग पीरियड में हैं। जिसके बाद ये तय हो जाएगा कि ये इस्तेमाल करने लायक भी हैं या नहीं।
मेहसाणा के आनंद निकेतन स्कूल की नौवीं कक्षा में पढ़ने वाली इन दोनों लड़कियों ने स्कूल लेवल पर पहले इसे प्रदर्शित किया था। उसके बाद वड़ोदरा में सीबीएसई की जोन लेवल पर साइंस एग्जिबिशन में उसे दिखाया गया। वहां इस प्रॉजेक्ट और इनकी सोच की काफी तारीफ हुई।
धार्मि और राजवी ने इन ऑर्गेनिक पैड के लिए काफी रिसर्च की है। इन्होंने केले के खराब हो चुके तने से रेशे निकाले। बाद में इन रेशों से ये पैड तैयार किए। फिलहाल, ऐसे 15 पैड तैयार किए गए हैं। इन्हें टेस्टिंग के लिए एक अस्पताल के स्त्री रोग विभाग को दिया गया है। अगर टेस्टिंग में ये सफल रहते हैं तो दिल्ली में भी प्रदर्शित किया जाएगा।
माना जा रहा है कि अगर प्रयोग सफल रहता है तो गरीब महिलाओं को काफी मदद मिलेगी। इनकी अनुमानित कीमत 5 रुपये आंकी गई है।