दीपाली अग्रवाल, टीम फिरकी, नई दिल्ली
Updated Fri, 19 Jan 2018 12:56 PM IST
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हम 21वीं सदी में तो जी रहे हैं लेकिन जब बात महिला सुरक्षा की आती है तो हम आज भी निश्चिंत नहीं हैं। आए दिन बलात्कार जैसी वीभत्स घटना सुनने को मिलती है और अंत में इसके लिए लड़की को जिम्मेदार ठहरा दिया जाता है कि वह गलत समय पर निकली होगी, छोटे कपड़े पहने होंगे वगैरह-वगैरह। लेकिन हम यह नहीं सोचते कि बलात्कार घटिया कपड़ों या समय की वजह से नहीं होता बल्कि घटिया सोच की वजह से होता है।
इस बात को और भी पुख्ता कर दिया है ब्रुसेल्स के मोलेन्बीक में लगी प्रदर्शनी में, जहां 'रेप विक्टिम' के उन कपड़ों की प्रदर्शनी थी जिसे उन्होंने घटना के समय पहना हुआ था। इस प्रदर्शनी का नाम 'Is it my fault?' रखा गया और इसमें पजामा, पेंट, शर्ट से लेकर ड्रेस तक सभी कपड़े थे।
विक्टिम सपोर्ट ग्रुप की काउंसलर केन्स का कहना है कि, "यहां आने पर एक बात तुरंत देख लेते हैं कि यह सभी साधारण कपड़े हैं जो कोई भी पहन सकता है, इनमें बच्चों तक की शर्ट है जो कि बेहद दर्दनाक सच्चाई है"
निवारण सेवा के मैनेजर गोस्सेंस का कहना है कि, "हर लड़की को यह हक है कि वह जो चाहें पहने, लेकिन उस पर हमला नहीं होना चाहिए। यही इस प्रदर्शनी में दिखाया गया है कि, "कपड़े रेप का कारण नहीं हैं"।
हम बजाय,अपनी बेटी को समझाने के कि उसे किस तरह रहना चाहिए, अगर बेटों को समझाया जाए कि उसे महिलाओं से सभ्य और आदरपूर्ण व्यवहार करना चाहिए तो ऐसी घटनाएं खुद ब खुद कम हो जाएंगी। क्योंकि कपड़ों की लम्बाई इन घटनाओं को कम नहीं करेगी लेकिन अच्छी सोच जरूर कर सकती है।