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सोशल मीडिया आज के समय की एक उभरती हुई ताकत है, लोग अपने दिन का अधिकतर हिस्सा इसी पर गुजार देते हैं, अपनी एक्टिविटी को इस पर अपलोड करते हैं और उस पर प्रतिक्रियाएं भी मिलती हैं। ये प्रतिक्रियाएं कई बार किसी को बदनाम कर सकती हैं तो किसी के सपने तक पूरे कर सकती हैं।
ऐसी ही एक घटना बांग्लादेश के सफाई कर्मचारी के साथ भी घटी, जिनका पहले तो इंस्टाग्राम पर मजाक बनाया गया फिर उनको कई तोहफे भी ऑफर किए गए। बांग्लादेश के सफाई कर्मचारी नजर अल इस्लाम सड़क की सफाई कर रहे थे तभी उनकी नजर एक ज्वेलरी की दुकान पर जाकर अटक गई। उन्हें वहां के गहने बहुत लुभावने महसूस हुए और वह खुद को उन्हें देखने से रोक नहीं पाए।
यह उनके लिए एक अचंभा था, जिसके चलते उनकी आंखें उस दुकान पर जाकर जम गई। लेकिन समाज के कुछ तत्त्व ऐसे भी हैं जिनकी दृष्टि में गरीबों के लिए हेय भाव होता है। उनके अनुसार आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्ति को सपने देखने का भी हक नहीं है, वह जो काम कर रहे हैं उन्हें वही करते रहना चाहिए।
कुछ ऐसी ही घटिया मानसिकता वाले व्यक्ति ने नजर को गहने देखने हुए अपने कैमरा में कैद कर लिया और कैप्शन दिया, इस आदमी को सिर्फ कूड़ा देखने का ही अधिकारी है। (This man deserves to look only at rubbish) इस पोस्ट के लिए सहराना की भी उम्मीद कर रहा था। लेकिन अब्दुल्लाह अल कहतानी नाम के व्यक्ति किसी की दुर्दशा पर किए गए इस पोस्ट से बहुत विचलित हुए और उन्होंने 'इंसानियत' नाम के अपने ट्विटर हैंडल से उस तस्वीर को वायरल कर दिया, जिसमें 'नजर' के लिए संवेदना प्रकट की गयी।
उन्होंने लोगों से उस सफाई कर्मचारी को ढूंढनें की अपील की। और किसी एक को नजर मिल भी गए। इसके बाद जैसे नजर की जिन्दगी ही बदल गयी।
लोगों ने तोहफे में उन्हें ज्वेलरी, कैश, चावल की बोरिआं, आईफोन और सैमसंग फोन तक दे दिए। एक इंटरव्यू में नजर ने कहा,"वह सफाई कर रहे थे और सोने की दुकान को देख कर रुक गए थे, वह दिए गए उपहारों से बहुत खुश हैं और आभारी हैं"।
यह घटना अपने आप में एक विशेष है जो बताती है कि समाज की संवेदनाएं कितनी ताकतवर हैं। अगर एक व्यक्ति किसी का मजाक बना सकता है तो कई लोग ऐसे भी हैं जो उसके लिए उदार हैं।