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उत्तर प्रदेश उम्मीदों का प्रदेश है। मामला कुछ भी हो। वीवीआईपी कल्चर हो या क्राइम कल्चर। उत्तर प्रदेश आपको कभी निराश नहीं करेगा। अब नॉएडा को ही ले लें। यहां हर दूसरे फॉर्चुनर कार में आपको सायरन दिख जाएगा। अब लाल बत्ती हो चाहे हरी। इनको चलना है तो ये चलेंगे। इनको रुकना है तो ये रुकेंगे।
बाकी हम जैसे ऑटो में चलने वाले, जहां-तहां बेचारे टाइप से धुआं फांकते रहते हैं। ज्यादा पुराना नहीं अभी-अभी 24 अगस्त की वीडियो आई है। नॉएडा की ही। सेक्टर-57 की। ज्यादा कुछ नहीं कहना है। वीडियो देख के आप सब कुछ खुद-ब-खुद समझ जाएंगे।
गाड़ियां रेड लाईट पर रुकी हुई हैं। लोग रेड लाईट खुलने के इंतज़ार में हैं। लेकिन इन महाशय को रेड लाईट पर 2 मिनट इंतज़ार करना भारी लग रहा है। उतरे सामने खाड़ी गाड़ी वालों को हटने के लिए कह रहे हैं। तभी बगल में बैठे गाड़ी वाले भाई साहब ने इनका वीडियो बना लिया। वीडियो आधे में ही कट करना पड़ गया। क्योंकि जब नेता जी की वीडियो बन रही थी। तब पीछे गाड़ी में बैठी उनकी बिटिया ने देख लिया। उतरीं और पप्पा को बता दिया।
हमें इस पूरे केस में सिर्फ एक ही बात की फ़िक्र है। पता है क्या? वो तो ठहरे नेता जी। वो चाहें कानून बनाएं। चाहें कानून तोडें। लेकिन ये बच्ची जो कि एक अच्छे स्कूल में पढ़ती होगी। उसे इस बात की भी पूरी समझ होगी ही कि क्या चल रहा है। लेकिन उसने अपने पापा को दो मिनट इंतज़ार करने को कहने के बजाय उतर कर वीडियो बनाने वाले को रोक दिया।
लेकिन इसमें भी इस बच्ची की कोई गलती नहीं, गलती हममें है, या उस परिवार की है जो अपने बच्चों को अभी से ही वीवीआईपी बनाने में लगे हैं। और ये सवाल सिर्फ एक बच्ची का नहीं है। ये सवाल उस पूरी पीढ़ी की है। जो हम हमारे सामने तैयार कर रहे हैं।
वीडियो देखिए और भूल जाइए...
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और सबसे जरूरी बात। लोग यहां गाड़ी पर लगे समाजवादी पार्टी के झंडे को लाल करके, गोल करके दिखाएंगे। लेकिन एक बात याद रखिए ये सिर्फ समाजवादी पार्टी और कांग्रेस और बीजेपी की बात नहीं है। ये बात है इस पूरे कल्चर का जिसे वीवीआईपी कल्चर बोलते हैं। और हम आप जैसे लोगों ने ही इस तरह की आदत लागाई है। इसीलिए झेलना भी हमें ही पड़ेगा!
क्योंकि ना कभी कुछ बदला है ना हम कुछ बदलने आए हैं। हमारा काम है आपको वक़्त-बेवक्त आगाह करना। होशियार तो आप बचपन से हैं।
पढ़ते रहिये Firkee.in आपको जगाए रखे।