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इंसान को हमेशा उदास नहीं रहना चाहिए, मुस्कुराते रहना चाहिए। इससे चेहरे पर चमक बनी रहती है और मूड भी फ्रेश रहता है। अगर आप सही खान-पान के साथ समय से हंसने की आदत डाल लें, तो आप मानसिक रूप से भी स्वस्थ रह सकते हैं। वैसे हंसने के लिए न तो किसी खास दिन की जरूरत होती है और न ही समय की। जब भी मौका मिले इंसान को कुछ समय मुस्कुरा लेना चाहिए और हंसना चाहिए। इससे आपके साथ रहने वाले परिवार और दोस्त भी खुश रहेंगे।
तो चलिए देर नहीं करते हैं और चलते हैं हंसने के सफर पर........
डॉक्टर- अब क्या हाल है?
मरीज- पहले से ज़्यादा खराब है।
डॉक्टर- दवाई खाली थी क्या?
मरीज़- नहीं दवाई की शीशी तो
भरी हुई थी।
डॉक्टर- मेरा मतलब दवाई लेली थी?
मरीज़- आप ने दी तो मैंने लेली।
डॉक्टर- बेवकूफ दवाई पीली थी?
मरीज़- नहीं दवाई तो लाल थी।
डॉक्टर- गधे दवाई को पीलिया था?
मरीज़- नहीं जी पीलिया तो मुझे था।
डॉक्टर- बेहोश
मंदिर में संता - हे भगवान मेरी सरकारी नौकरी लगवा दो...?
भगवान - क्यों खाली हाथ आये, नारियल केला और सेब नहीं लाए...?
संता - भगवान जी आप कर्म करो,
फल की चिंता मत करो...!
पत्नी - ये रैगिंग किसे कहते हैं...?
पति - ये जो तुम हर मैरिज एनिवर्सरी, करवाचौथ और
जन्मदिन पर जबरदस्ती गिफ्ट मांगती हो ना,
उसे ही अंग्रेजी में रैगिंग कहते हैं...!
संता एक बैंक में गया और बोला- मुझे एक ज्वाइंट अकाउंट खुलवाना है!
बैंक मैनेजर - किसके साथ?
संता- जिसके अकाउंट में खूब सारा पैसा हो।
बैंक मैनेजर (गार्ड से) - धक्के मारकर बाहर निकालो इसको...