अजब देश की गजब कहानी: जहां कभी नहीं होती रात, यहां सबके पास है अपना घर
फिरकी टीम, नई दिल्ली
Published by:
Pankhuri Singh
Updated Fri, 28 Dec 2018 01:05 PM IST
अपने खूबसूरत, सुहावने और मनमोहक मौसम के लिए दुनिया भर में मशहूर एक अनोखा देश ऐसा भी है जहां गर्मियों के समय रात बारह बजे के बाद अंधेरा होता है जिसके कारण अंग्रेजी में इसे 'द लैंड ऑफ मिडनाइट सन' भी कहते हैं।जबकि ठंड में अधिकतर अंधेरा होता है और पूरा देश बर्फ से ढंक जाता है।जी हां, हम फिनलैंड की बात कर हैं जो खूबसूरत होने के साथ-साथ अनेक खूबियों से भी भरा हुआ है। जानिए फिनलैंड की खासियत के बारे में।
दुनिया का पहला देश जहां कोई नहीं है बेघर
यूरोपीय यूनियन में फिनलैंड एकमात्र देश है जिसने बेघरों की समस्या को खत्म कर दिया है। ईयू के कई बड़े देशों के नागरिक घरों की कमी से जूझ रहे हैं। लेकिन फिनलैंड बेघरों के लिए अपार्टमेंट की व्यवस्था करता है। इसके साथ ही सामाजिक कार्यकर्ताओं को उनके जीवन स्तर को सुधारने में लगाया जाता है।यहां इनके लिए रोजगार पर भी काम किया जाता है।
सबसे प्रोग्रेसिव समाज
ईस देश का प्रशासन दुनिया में सबसे बेहतर माना जाता है। यहां भ्रष्टाचार सबसे कम है। कहा जाता है कि, यहां का समाज सबसे प्रोग्रेसिव है।यूएन की रिपोर्ट ने इसे सबसे खुश देश बताया है।
जीवन से संतुष्ट लोग
यहां के लोग अपने जीवन से संतुष्ट हैं।उन्हें अपने रहने की जगहों से कोई शिकायत नहीं है।हालांकि, यहां रहने की जगहें काफी स्पेस वाली और आरामदायक हैं। कंज्युमर कांफीडेंस यूरोप में सबसे मजबूत है।लिंग बराबरी में भी ये विश्व के शीर्ष पांच देशों में है।फिनलैंड सबसे ज्यादा महिला सांसदों के मामले में दुनिया का तीसरा देश है।
आजाद माहौल
यहां के लोग सबसे मुक्त माहौल में रहते हैं और चुनाव काफी साफसुथरे ढंग से होते हैं। यहां लोगों को सबसे ज्यादा व्यक्तिगत अभिव्यक्ति की आजादी है।यहां प्रेस को भी पूरी आजादी हासिल है।मानव अधिकारों की रक्षा की जाती है।
शुद्ध हवा और पानी
शुद्ध हवा के मामले में ये दुनिया के तीसरे नंबर का देश है। वर्ल्ड हेल्थ आर्गनाइजेशन की रिपोर्ट में ये बात कही गई है।यहां 2 लाख झीलें हैं जिसके कारण इसे झीलों का देश भी कहते हैं।
उम्दा शिक्षा व्यवस्था
यहां की शिक्षा व्यवस्था की मिसालें पूरी दुनिया में दी जाती हैं।ग्लोबल कंपटीटीव रिपोर्ट 2016-17 के अनुसार ये दुनिया में सबसे उम्दा है।जबकि उच्च शिक्षा का स्तर दुनिया में तीसरे नंबर का है।ये दुनिया के सबसे साक्षर देशों में भी है।यूरोप में दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा लोग यहां की लाइब्रेरियों का इस्तेमाल करते हैं।
शरणार्थी हैं खुश
हैप्पी इंडैक्स में अप्रवासियों की खुशी को मानक रखा गया है। उसमें भी फिनलैंड सबसे ऊपर है। वर्ष 2015 के बाद यहां कई देशों के शरणार्थी पहुंचे, वो सभी यहां खुश हैं। 55 लाख की आबादी वाले इस देश में शरणार्थियों की संख्या तीन लाख के आसपास है। शरणार्थियों को भी बहुत कम दरों पर किराए का मकान उपलब्ध कराया जाता है।