दुनिया के सारे गलत कामों का अड्डा है ये छोटा सा आईलैंड, दिमाग घुमा देंगी यहां की बातें
फिरकी टीम, नई दिल्ली
Published by:
Pankhuri Singh
Updated Wed, 26 Dec 2018 05:16 PM IST
अक्सर जब भी हम किसी द्वीप के बारे में सोचते हैं तो हमारे मन में हरियाली की तस्वीरें उमड़ने लगती हैं, लेकिन आज हम आपको जिस द्वीप के बारे में बताने जा रहे हैं वो तो आपकी सोच से बिलकुल परे है।
युगांडा और केन्या की सीमा पर साउथ अफ्रीका की विक्टोरिया झील के पास बसा पथरीला 'मिगिनगो द्वीप' बहुत खास है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि यहां गिनती के पेड़ हैं, आधा एकड़ में फैला यह द्वीप किसी फुटबॉल मैदान का आधा है। बता दें मिगिनगो द्वीप पर 500 से अधिक लोग रहते हैं, जो केवल 2,000 वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैले हैं। यहां के लोग टूटे-फूटे और छोटी-छोटी झोपड़ियों जैसे घरों में रहते हैं। उनके घर लकड़ियों और लोहे की चद्दरों से ढके हुए हैं।
हैरत ये जानकर होती है कि इस छोटी सी जगह में पांच बार, एक ब्यूटी सैलून, एक फार्मेसी और कई होटल मौजूद हैं।इस नन्हे से द्वीप पर कई वेश्यालय भी चलते हैं, ये दुनिया का सबसे भीड़भाड़ वाला द्वीप है। मिगिनगो द्वीप की चट्टानें मछली पकड़ने वाले मछुवारा समुदाय से हमेशा भरी रहती हैं।
नालीदार लौह घरों के बीच छोटी-छोटी गली के रास्ते पर मछुआरे घनी आबादी वाले जगह पर मछली पकड़ने के लिए अपने जाल तैयार करते हैं। हैरानी की बात तो यह है कि इस द्वीप पर जितने गैरकानूनी काम हो सकते हैं, वो सब किए जा रहे हैं। मिगिनगो द्वीप में मछुवारे पर्याप्त मात्रा में खेती भी करते हैं। खेती करने के लिए वह तरह-तरह की चीजों का इस्तेमाल करते हैं। यहां की महिलाएं तंग गलियों में अपने कपड़े सुखाती हैं, साथ ही महिलाएं बाल बंधवाने के लिए सैलून में ही जाती हैं। यहां की महिलाओं का रहने का ढंग बिल्कुल ही अलग सा होता है।
रिपोर्ट के मुताबिक, साल 1991 में डलमास टेम्बो और जॉर्ज कीबेबे नाम के दो मछुआरे यहां पहली बार आये थे। कहा जाता है की तब ये आईलैंड घांस और सांपों से भरा पड़ा था।2004 में यहां जोसेफ नाम का व्यक्ति पंहुचा और एक घर दिखा। जिसके बाद युगांडा, केन्या और तंजानिया यहां आकर धीरे धीरे बसने लगे।