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चिल्लर का नाम ही ऐसा है कि अगर यह ज्यादा हो जाए तो रईस वाली फिलिंग नहीं आ पाती । दुकानदार भी सामान बेचने के बाद ग्राहक की तरफ से आते ढेर सारे सिक्कों को देखकर इरिटेट हो जाता है। छोटी-मोटी राशि को तो रख लिया जाता है लेकिन सोचिए उस वक्त क्या होगा जब किसी दुकानदार को लाखों रुपये का पेमेंट सिक्कों से ही किया गया हो। चीन में ऐसा ही कुछ हुआ, कार खरीदने आया एक ग्राहक इस बात पर अड़ गया कि वो कार की पहली इंस्टॉलमेंट चिल्लर में देगा।
फिर क्या था, शुरू हुई गिनती। 40 लाख रुपये की कार की पहली इंस्टॉलमेंट 6.5 लाख रुपये थी। इतनी ही राशि के सिक्के बॉक्स में भरकर स्टोर में पहुंचा दी गई । सिक्कों को गिनने के लिए स्टोर का सारा स्टॉफ जुट गया। करीब 3-4 घंटों में सिक्कों की गिनती पूरी हो पाई। सोशल मीडिया पर ग्राहक की इस हरकत को 'कार'नामा करार दिया जा रहा है।
ग्राहक ने करीब 10 कार्टन भरकर सिक्के पहुंचाए थे। सिक्के इतने सारे थे कि गिनने वालों की हालत खराब हो गई। अगर भारत होता तो शायद दुकानदार इतनी बड़ी राशि को सिक्कों में एक्सेप्ट ही नहीं करता। वैसे नियम है कि ग्राहक के चिल्लरों को लेने के लिए दुकानदार मना नहीं कर सकता लेकिन जमीनी तौर पर दुकानदार के लिए ये संभव नहीं होता है कि वो इतनी बड़ी रकम को सिक्कों में ले।