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चुनाव चल ही रहे हैं तो हमने सोचा कि क्यों न विधान सभा के गलियारों में घूम आया जाए। अब घूम आए हैं तो वहां से आपके लिए कुछ अंदर की बातें भी ढूंढ लाए हैं। ढूंढी क्या बस वहीं से गुज़र रहे थे तो कानों में पड़ गईं। नहीं हमने किसी और को नहीं बताया, आप भी मत बताइएगा। आपके लिए पेश है बयानों और आरोपों की नई लिस्ट...
गुजरात के गधे सबसे अच्छे
गधे आजकल पूरे देश में छाए हुए हैं। चुनावी समर हो या राजनेताओं की जुबानी जंग, हर ओर गधों का ही जिक्र हो रहा है। उत्तर प्रदेश चुनाव में गधों पर राजनीतिक दल एक-दूसरे पर हमलावर क्या हुए, बात दूर तक जा निकली। शुक्रवार को तो हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र में भी गधों का गुणगान शुरू हो गया। कांग्रेस विधायक करण दलाल ने राज्यपाल के बजट अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चल रही चर्चा के दौरान भाजपा विधायकों पर चुटकी ली। दलाल ने कहा कि गुजरात के गधे सबसे अच्छे होते हैं। चाहे काम लेना हो या प्रेरणा। ये सुनते ही थोड़ी देर के लिए तो भाजपा विधायक सन्न हो गए, फिर इसे मजाक में लेते हुए हंसना शुरू कर दिया। सीएम मनोहर लान ने दलाल पर चुटकी लेते हुए कहा कि यहां तो लोग गधों को भी नहीं छोड़ रहे। उन पर भी सियासत कर प्रेरणा लेने की बात कर रहे हैं।
लोटे वाले आपके तो नहीं
हरियाणा में चौदह जिलों को बाह्य शौच मुक्त घोषित करने पर हाय-तौबा मची हुई है। विपक्ष को ये रास नहीं आ रहा है। सरकार को घेरने का कांग्रेस और इनेलो विधायक कोई मौका नहीं छोड़ रहे। शुक्रवार को विधानसभा में सीएम मनोहर लाल ने भी विपक्ष पर व्यंग्य कसने का कोई अवसर नहीं चूका। सीएम बोले कि जिलों को बाह्य शौचमुक्त करना सतत प्रक्रिया है, इसके बाद निरंतर निगरानी रखने की जरूरत है कि कौन लोटा लेकर निकल रहा है। और ये भी देखना होगा कि ये लोटे वाले हैं कौन, कहीं ये कांग्रेसी तो नहीं। हमने तो लोगों से लोटा लेकर जाने के बजाय घर-घर शौचालय बनवाए हैं, कोई रह गया हो तो लोटा उठाकर न जाए, पड़ोसी के घर में शौच कर ले। सीएम का निशाना इसलिए कांग्रेस पर था, चूंकि कांग्रेस विधायक जगबीर मलिक ने जिलों को बाह्य शौच मुक्त करने पर सवाल खड़े किए थे और कहा था कि लोग अब भी लोटा उठाकर ही शौच जा रहे हैं।