गूगल ने आज डूडल बनाकर इटली की महान दार्शनिक एलेना कोर्नारो पिस्कोपिया को याद किया है। एलेना को दुनिया की पहली पीएचडी डिग्री धारक महिला के तौर पर जाना जाता है। उन्होंने वर्ष 1678 में 32 साल की उम्र में ये इतिहास रचा था। आज एलेना कोर्नारो पिस्कोपिया का 373वां जन्मदिन है, जिसे दुनिया याद कर रही है।
एलेना का जन्म 5 जून, 1646 को वेनिस में हुआ था। वह अपने माता-पिता की तीसरी संतान थीं। उनकी मां का नाम जानेटा बोनी और पिता का नाम जियानबेटिस्टा कोर्नारो पिस्कोपिया था। आपको जानकर हैरानी होगी कि एलेना के जन्म के समय उनके माता-पिता ने एक-दूसरे से शादी की थी।
एलेना को बचपन से पढ़ाई का शौक था। उन्होंने महज सात साल की उम्र में ही लैटिन, ग्रीक, फ्रेंच और स्पेनिश भाषा सीख ली थी। इसके अलावा धीरे-धीरे उन्होंने हिब्रू और अरबी भाषा में दक्षता हासिल कर ली।
एलेना के पिता ने भी उनकी पढ़ाई के प्रति रूचि देखकर उन्हें पढ़ने के लिए शहर भेज दिया। एलेना को शुरुआत से ही धर्मशास्त्र और दर्शन शास्त्र से विशेष लगाव था। इतना ही नहीं, उन्होंने गणित और खगोल विज्ञान का भी बारीकी से अध्ययन किया था।
एलेना कोर्नारो पिस्कोपिया को पढ़ाई के साथ-साथ संगीत से भी काफी लगाव था। उन्होंने वीणा, वायलिन, हार्पसीकोर्ड और क्लाविकोर्ड (पियानों का पहला रूप) बजाना सीखा था। उन्होंने अपने जीवनकाल में कई धुनें भी बनाई थी। एलेना ने अपने जीवन के आखिरी क्षण बच्चों की पढ़ाई में बिताये थे। 26 जुलाई, 1648 को उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया था।