वैसे तो आजतक आपने कई तरह के तलाक के बारे में सुना होगा लेकिन एक पति ने अपनी पत्नी से तलाक लेने का जो कारण बताया है उसे जानकर आप हैरान हो जाएंगे। पति-पत्नी के बीच साफ-सफाई का मुद्दा इतना बढ़ गया कि नौबत तलाक तक पहुंच गई।
हालांकि इस खबर को आपको बताने का हमारा मकसद किसी की निजी परेशानी का मजाक बनाना बिल्कुल नहीं है। इसलिए आपको बता दें कि खबर में पक्षकारों की पहचान उजागर नहीं की जा रही है। लेकिन मामला जरा हटकर है, इसलिए खबर तो बनती है।
दरअसल, पटना के मसौढ़ी थाना क्षेत्र में एक पति ने पत्नी पर यह आरोप लगाकर तलाक की अर्जी दी है कि पत्नी नहाती नहीं है और ना ही बाल धोती है। उसके बदन से बदबू आती है जिसके कारण वह उसके साथ नहीं रह सकता है।
महिला आयोग में पहली बार ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें वैवाहिक रिश्ते के बीच साफ-सफाई मुद्दा बना। शादी के एक साल के भीतर एक पति ने अपनी पत्नी को इसलिए मारपीट कर घर से भगा दिया कि वह कई दिनों तक नहाती नहीं थी। उसने तलाक की अर्जी यह बताते हुए दी कि पत्नी के शरीर से बदबू आती है।
पति से प्रताड़ित विवाहिता ने महिला आयोग में घरेलू हिंसा की शिकायत की। इसके बाद महिला आयोग से पति को नोटिस भेजा। नोटिस मिलने के बाद बीते मंगलवार को पति महिला आयोग पहुंचा और उसने महिला आयोग के सामने अपनी पूरी बात रखी।
पति ने बताया कि पत्नी के शरीर से बहुत बदबू आती है। वह कई-कई दिनों तक नहाती नहीं है और न नहाने के कारण उसके बालों में जू हो गए थे। नहाने के लिए शैम्पू देता हूं तो वह उससे चादर धो लेती है। यही नहीं वह किसी काम में कोई हाथ भी नहीं बंटाती है।
पति ने बताया कि दोनों की शादी एक साल पहले ही हुई है और शादी के बाद से ही पत्नी के इस तरह गंदगी से रहने के कारण परेशान है। इस कारण दोनों के बीच अक्सर झगड़ा और मारपीट भी होती रही है। पति का कहना था कि झूठ बोलकर उसकी शादी की गई। वहीं पत्नी का कहना है कि वह मायके में भी ऐसे ही रहती थी।
महिला आयोग ने दोनों की बातें सुनीं और पति-पत्नी के बीच समझौता करा दिया। पति-पत्नी को अप्रैल में फिर से बुलाया गया है। साथ ही महिला आयोग ने पति को आदेश दिया है कि वह पत्नी का इलाज कराए। हालांकि, महिला आयोग ने दोनों के बीच समझौता करा परिवार को टूटने से बचा लिया है।