भारत में है ये गांव जहां दो देशों की नागरिकता रखते हैं लोग, एक देश में खाते और दूसरे में सोते हैं
फिरकी टीम, नई दिल्ली
Published by:
Pankhuri Singh
Updated Fri, 21 Dec 2018 07:55 PM IST
दुनिया में हैरान कर देने वाली चीजों की कमी नहीं है। इतनी बड़ी दुनिया में कुछ न कुछ ऐसा रोजाना होता है या मिल जाता है जो आपको आश्चर्य में डालने के लिए काफी होता है। हम आपको ऐसी ही एक आश्चर्यजनक सच के बारें में बताने जा रहे हैं जिसके विषय में आपने सोचा नहीं होगा साथ ही ये भी बता दें कि ये हैरतअंगेज जगह भारत में ही है।
जी हां, भारत में एक ऐसा गांव बसा है जहां के लोगों के पास दो देशों की नागरिकता है।नागालैंड की राजधानी कोहिमा से 380 किलोमीटर की दूरी पर स्थित नोर्थ ईस्ट की तरफ लोंगवा गांव के लोग दो देशों के नागरिक रखते हैं।
साल 2011 में हुई जनगणना के अनुसार, इस गांव में 732 परिवार रहते हैं जिनकी जनसंख्या 5132 हैं।इस गांव में कोनियक जनजाति के लोग निवास करते है। इतना ही नहीं ये जनजाति यहां के 16 जनजातियों में से सबसे बड़ी है।
इस गांव की एक और खासियत हैं। दरअसल ये गांव भारत की पुर्वी अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर बसा हुआ है इस गाव की खास बात है कि इस गांव के बीचो बीच भारत और म्यांमार की सीमा के बीच बसा है। इसी वजह से गांव के लोगों को दो देशों की नागरिकता प्राप्त है। नागालैंड पूर्वोत्तर भारत के सेवन सिस्टर्स के नाम से जाने वाले 7 राज्यों में से एक हैं जो 11 जिलों से मिलकर बना हैं।उनमें से मोन जिला राज्य के उत्तरी भाग में स्थित हैं। मोन जिले के बड़े गावों में से एक गांव लोंगवा हैं।आपको जानकर हैरानी होगी की इस गांव के दो भाग है एक भाग भारत में है और दूसरा भाग म्यांमर में है।