Home Panchayat Delhi University Bcom Book Is Teaching Students That Emails Should Be Like Skirts

दिल्ली विश्वविद्यालय की इस किताब में लिखा- 'स्कर्ट की तरह छोटा होना चाहिए ईमेल'

Updated Wed, 07 Jun 2017 10:38 PM IST
विज्ञापन
Delhi University BCom Book Is Teaching Students That ‘Emails Should Be Like Skirts’
Delhi University BCom Book Is Teaching Students That ‘Emails Should Be Like Skirts’ - फोटो : twitter
विज्ञापन

विस्तार

बीकॉम (ऑनर्स) की एक किताब में छात्रों को सलाह दी गई है कि वह ईमेल को रुचिकर बनाने के लिए उसे इतना छोटा लिखें जितना कि स्कर्ट। इसके बाद सोशल मीडिया पर इसे लेकर विवाद पैदा हो गया है। ‘बेसिक बिजनेस कम्यूनिकेशन’ नाम की किताब यह दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध एक कॉलेज में वाणिज्य विभाग के पूर्व प्रमुख सीबी गुप्ता ने लिखी है।

डीयू से संबद्ध अधिकांश कॉलेजों में बड़े पैमाने पर प्रोफेसरों द्वारा बीकॉम (ऑनर्स) के छात्रों को यह पाठ्य पुस्तक पढ़ने की सलाह दी जाती है।

किताब के प्रकाशन को एक दशक से ज्यादा हो चुका है। इसमें कहा गया है, ईमेल संदेश स्कर्ट की तरह होने चाहिए- इतना छोटा कि उसमें रुचि बनी रहे और लंबा इतना हो कि सभी महत्वपूर्ण बिंदु इसमें शामिल हो जाएं।




 

नाम न बताते हुए एक छात्रा ने कहा, सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर कुछ छात्रों में यह आदत होती है कि पाठ्य पुस्तक में लिखी हर चीज याद कर लेते हैं, बिना यह सोचे कि ऐसी तुलना हमारे समाज में लिंगवाद को बढ़ावा देती है। गनीमत यह है कि हम यह समझ सके और हमारे पाठ्यक्रम में इस तरह की किताबों की विश्वसनीयता पर सवाल उठा पाए। किसी ने किताब के इस कथन पर सवाल क्यों नहीं उठाया जबकि यह सालों से बार-बार छप रही है?

विवाद छिड़ने के बाद प्रोफेसर सीबी गुप्ता ने लोगों की भावनाएं आहत होने पर खेद जताया है। गुप्ता ने बताया, मैंने अपनी किताब से यह बयान हटा लिया है। मैं प्रकाशक को भी सलाह दूंगा कि वह नए संस्करण की छपाई से पहले यह सामग्री हटा लें।

यह उपमा क्यों दी गयी इस सवाल पर उन्होंने कहा कि यह उनकी तरफ से हुई एक गलती है और उन्होंने यह उपमा एक विदेशी लेखक के लेख से ली थी। गुप्ता ने कहा, यह किसी को आहत करने के लिए नहीं था। मैंने एक विदेशी लेखक के लेख से यह उपमा ली थी।
विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।

Agree